श्रेष्ठ भाग्य का आधार श्रेष्ठ कर्म राजयोगी प्रताप।

रिपोर्टर संजय पुरी ब्रह्मा कुमारीज राजयोग केंद्र ढांगू रोड के तत्वाधान में ज्ञान योग क्लास प्रताप नगर के स्थापना दिवस के शुभ अवसर पर लोगों को संबोधित करते हुए राजयोगी ब्रह्मा कुमार प्रताप जी ने कहा कि श्रेष्ठ भाग्य का आधार श्रेष्ठ कर्म है। ब्रह्मा कुमार प्रताप जो 50 से भी अधिक वर्षों से राज्यों का अभ्यास कर रहे हैं ने कहा हम अपने भाग्य के सोए निर्माता है मेरे साथ जो हो रहा है उसका जिम्मेवार में स्वयं हूं जैसा मेरा कर्म होगा वैसा मेरा भाग्य होगा मेरे करम मेरे हाथ में है, ज्योतिषी हमें यह तो बता सकते हैं कि मेरी जन्म कुंडली में क्या लिखा है पर क्या लिखना है यह मेरा कर्म तय करता है राजयोग हमें यह सिखाता है कि आने वाली स्थिति का सामना कैसे करना है। ब्रह्मा कुमार प्रताप जी ने कहा हमारी सोच भावनाओं के अनुसार ही हमारे कर्म होते हैं हमें अपनी भावनाओं को लेकर गहरे चिंतन की आवश्यकता है हमारे भाव और भावनाओं के आधार पर ही हमारे कर्म होते हैं। इस अवसर पर ब्रह्माकुमारी ईशा ने राजयोग का अभ्यास करवाया परमात्मा शिव का ध्वज भी लहराया गया। इस अवसर पर जोगिंदर पाल नीलम विशाल शर्मा विशाल रेहान शिल्पा शिखा नीलम कश्यप सुशील व प्रताप नगर कॉलोनी के गण मान्य लोग भी उपस्थित थे। पार्षद अभी शर्मा और ब्रह्मा कुमार प्रताप ने दीप जलाकर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। अंत में सभी ने ब्रह्म भोज भी स्वीकार किया।