रिपोर्टर संजय पुरी मोहल्ला रडा के रहने वाले पति रविंद्र ने बताया कि वह प्राइवेट कंपनी में नौकरी करता है। पति ने सेहत अधिकारियों को दी शिकायत में बताया कि उसने अपव्रता ी पत्नी रीना देवी की डिलीवरी के लिए 31 जनवरी की शाम को सिविल अस्पताल में दाखिल करवाया था। सिविल अस्पताल में महिला डाक्टर ने उसकी पत्नी का अपरेशन किया और घर में बेटी ने जन्म लिया। जिसके बाद उसकी पत्नी रीना देवी के पेट में दर्द रहने लग पड़ा और कोई भी फर्क नहीं लगा। जिसके बाद उसने 10 फरवरी को सिविल अस्पताल में दोबारा पत्नी की दोबारा पट्टी करवाई गई। लेकिन अपरेशन वाली जगह में इंफेक्शन होने के कारण पस भर गई थी। पत्नी के पट्टी के बाद 15 जनवरी तक कोई फर्क नहीं पड़ा। इसके बाद उन्हें मजबूर प्राइवेट प्राइवेट अस्पताल में चेकअप करवाना पड़ा। प्राइवेट अस्पताल में डाक्टर ने स्केनिंग और एमआरआई करवाने के लिए कहा। जिसमें पता लगा कि पत्नी के पलैसेंटा का टुकड़ा अंदर ही रह गया है। जिससे पूरे पेट में इंफेक्शन फैल गया है। प्राइवेट डाक्टर ने उन्हें कहा कि इसका जल्द से जल्द आपरेशन करना पड़ेगा। प्राइवेट डाक्टर ने दोबारा पत्नी का आपरेशन किया और इंफेक्शन के चलते पत्नी का इलाज प्राइवेट अस्पताल में चला। प्राइवेट अस्पताल में पत्नी के इलाज में उनका डेढ़ लाख रुपए खर्च आ चुका है। लेकिन अभी भी उसकी पत्नी पूरी तरह से अभी तक ठीक नहीं हुई है। पति ने मांग रखी है कि इस मामले की जांच करवाकर उन्हें इंसाफ दिलवाया जाए। उन्होंने कहा कि अगर जिले के सेहत अधिकारियों ने इस मामले की जांच करवाकर कार्रवाई नहीं की गई तो वह इसकी शिकायत पुलिस से भी करेगा। पति के मुताबिक उसे आश्वासन दिया गया है कि इस मामले की जांच करवाई जाएगी।
( Dated : 02-03-2025 )