86 वर्षीय ब्रह्मकुमारीज के महासचिव राजयोगी निर्वेर भाई का देवलोक गमन।

रिपोर्टर - संजय पुरी, जिला - पठानकोट : निर्वेर भाई जो कि पिछले कुछ समय से अस्वस्थ चल रहे थे अहमदाबाद के अपोलो हॉस्पिटल में उन्होंने अंतिम सांस ली। पिछले 55 साल से संस्थान में वे समर्पित रूप से अपनी सेवाएं दे रहे थे। 9 साल तक उन्होंने भारतीय नौसेना में भी उन्होंने अपनी सेवा दी। 22 सितंबर सुबह 10:00 बजे आबू रोड के मुक्तिधाम में उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा यह जानकारी जिला पठानकोट प्रभारी राजयोगिनी सत्या जी ने बताई। पूरे ब्रह्मकुमारी परिवार में शोक की लहर है। देश विदेश के सेवा केंद्रों पर ध्यान साधना के दौर चल रहे हैं। पंजाब के पंगाला गांव के पास गुरदासपुर गांव में 20 नवंबर 1938 को अकाली परिवार में जन्मे निर्वैर भाई का बचपन से ही धर्म आध्यात्मिक के प्रति विशेष लगाव रहा था। उनका स्वभाव अन्य से सहपाठियों से भिन्न था जल्दी सो जाना,जल्दी उठना बचपन से ही उनकी आदत थी। 1960 में संस्था के फाउंडिंग फादर ब्रह्मा बाबा के संपर्क में आने पर उनसे मिलकर उनकी पूरी जीवन की दिशा ही बदल गई।1970 से माउंट आबू मुख्यालय में उन्होंने अपने आप को समर्पित कर दिया। संस्थान के मुख्य पदों पर नारी शक्ति होने के बावजूद भी आपको ब्रह्मकुमारी संस्थान में अहम जिम्मेदारी सौंपी गई,आपको देश-विदेश से कई अवार्ड प्राप्त हुए। इस शोकाकुल अवसर पर संस्था के भारी संख्या में श्रद्धालु मौजूद थे।