पंजाब जगराओं रमन जैन -तेरापंथ भवन जगराओं में समणी श्री निर्वाण प्रज्ञा जी एवं समणीश्री मध्यस्थ प्रज्ञा जी के सानिध्य में आचार्य श्री महाप्रज्ञ जी का जन्म दिवस प्रज्ञा दिवस के रूप में मनाया गया। द्वितीय चरण में रात्रि कालीन कार्यक्रम की शुरुआत समणी श्री मध्यस्थ प्रज्ञा जी ने गीत द्वारा शुरू की। समणी श्री निर्वाण प्रज्ञा जी ने मंगल उद्बोधन में कहा कि हमें अहिंसक एक्टिविटी से बचना चाहिए गर्भावस्था से ही हमें संयम से रहना चाहिए तभी शिशु संस्कारी बनता है 5 वर्ष तक की आयु के बच्चों को हम अच्छे संस्कारों में डाल सकते हैं। ज्ञानशाला के बच्चों काव्या नायरा अक्षत प्रियांशी सुमिता हर्षिता मनन एरिका आदि ने (जैन कुल में जन्म लिया जैन हम कहलाएंगे) गीतिका की सुंदर प्रस्तुति दी एवं एक नाटिका के माध्यम से अंडे से बना केक.. परफ्यूम..कोका-कोला.. सिल्क क्लॉथ.. कॉस्मेटिक ..लेदर.. पान पराग. एवं शॉर्ट ड्रेस आदि को इस्तेमाल न करने का आह्वान किया। ज्ञानशाला के बच्चों ने बहुत ही सुंदर प्रस्तुति दी कार्यक्रम का कुशल संचालन कन्या मंडल की कन्या नव्या जैन ने किया। इस कार्यक्रम को तैयार करवाने में साध्वी मध्यस्थ प्रज्ञा जी मंडल अध्यक्ष रजनी जैन कैशियर पूजा जैन आदि ने अत्यंत श्रम किया।