खेदड़ की घटना के लिए सरकार जिम्मेवार, ग्रामीणों से माफी मांगे : मनोज राठी


    हिसार, राजेंद्र अग्रवाल  :  चौटाला परिवार ने सत्ता में रहते हमेशा बहाया जनता का खून!
     आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व प्रवक्ता मनोज राठी ने खेदड़ गांव में हुए उपद्रव के लिए राज्य सरकार एवं जिला प्रशासन को जिम्मेवार ठहराया है। उन्होंने एक ग्रामीण की मौत पर संवेदना व दुख व्यक्त करते हुए अनेक ग्रामीणों व पुलिस कर्मचारियों के घायल होने की घटना के लिए बिजली मंत्री रणजीत सिंह, उप मुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला को जिम्मेवार ठहराते हुए कहा है कि चौटाला परिवार जब—जब भी सत्ता में आया है, तब—तब ऐसे कांड हुए हैं।
अपने कार्यालय में पत्रकारोें से बातचीत करते हुए मनोज राठी ने कहा कि खेदड़ में दो माह से अधिक समय से ग्रामीण धरना दे रहे थे। जब राख को उठाने के लिए कोई आगे नहीं आया, तब तो ग्रामीणों ने राख उठाई और अब प्लांट प्रशासन ने मंत्री के इशारे पर राख का टेंडर करवाने का निर्णय ले लिया, जो पूरी तरह से गलत है। उन्होंने कहा कि जब उस राख को कोई नहीं उठाता था, तब उस राख को ग्रामीणों ने ही झेला है, ये बात सरकार, प्रशासन व प्लांट प्रबंधन को भूलनी नहीं चाहिए। यदि सरकार के बिजली मंत्री रणजीत सिंह, उप मुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला, हलके के विधायक व मंत्री चाहते तो इस कोई बड़ा मामला नहीं था, समाधान हो जाता लेकिन कोई भी मामले का हल निकालने के लिए आगे नहीं आया तो मजबूरन ग्रामीणों को अपना आंदोलन तेज करना पड़ा। उन्होंने कहा कि हिसार सहित प्रदेश का कोई जिला या कोई विधानसभा हलका ऐसा नहीं है, जहां पर आंदोलन, धरने या प्रदर्शन न हो रहे हो लेकिन सरकार मूकदर्शक बने तमाशा देख रही है। उन्होंने कहा कि यदि किसान आंदोलन के समय उप मुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला इस्तीफा दे देते तो यह भाजपा सरकार गिर जाती और आज ये नौेबत नहीं आती कि सरकार तानाशाहीपूर्ण व्यवहार करे।
मनोज राठी ने कहा कि आम आदमी पार्टी पूरी तरह से खेदड़ के ग्रामीणों के साथ है और पार्टी की मांग है कि मृतक किसान के परिवार को 50 लाख रुपये मुआवजा व एक सदस्य को नौकरी दी जाए, घायलों को मुआवजा दिया जाए और घटना के लिए जिम्मेवार मुख्यमंत्री, उप मुख्यमंत्री, बिजली मंत्री, हलके के विधायक व मंत्री पर केस दर्ज करके मामले की जांच सीबीआई से करवाई जाए। उन्होंने कहा कि केन्द्र व प्रदेश की भाजपा सरकार पूरी तरह से तानाशाह हो चुकी है और अब उसे जनता के किसी हिस्से की परवाह नहीं है। ऐसे में जनता को इस तानाशाह सरकार की नीतियों के खिलाफ एकजुट होकर विरोध करना पड़ेगा, अन्यथा तानाशाही और अधिक बढ़ती जाएगी। उन्होंने कहा कि खेदड़ की घटना के लिए सरकार व प्रशासन को ग्रामीणों से माफी मांगनी चाहिए। इस अवसर पर उनके साथ रामबिलास जांगड़ा एवं अन्य पार्टी नेता भी थे।


Posted On : 09 Jul, 2022