दिल्ली, नगर संवाददाता: ट्रैक्टर रैली: राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली से लगे सिंघु, टिकरी और गाजीपुर बॉर्डर पर प्रदर्शन कर रहे किसानों के कुछ समूह मंगलवार को पुलिस के अवरोधकों को तोड़कर दिल्ली में दाखिल हो गए। किसान यहां कई दिनों से केंद्र के तीन नए कृषि कानूनों के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं।
अधिकारियों के अनुसार सुरक्षा कर्मियों ने किसानों को समझाने की कोशिश भी की और कहा कि राजपथ पर गणतंत्र दिवस परेड के खत्म होने के बाद उन्हें दिल्ली में ट्रैक्टर परेड करने की अनुमति दी गई है। अधिकारी ने कहा, ‘लेकिन किसानों के कुछ समूह माने नहीं और पुलिस के अवरोधक तोड़कर आउटर रिंग रोड की ओर बढ़ने लगे।’
भारी संख्या में प्रदर्शनकारी ट्रैक्टरों के साथ लाल किला पर पहुंच गई। इसके बाद प्रदर्शनकारी किसान लाल किले के भीतर घुस गए। प्रदर्शनकारियों ने लाल किले की प्राचीर से अपना पीले रंग का झंडा लहराया। राजधानी में आईटीओ में प्रदर्शनकारी किसान टैक्टरों से बैरिकेड तोड़ दिया। हंगामा बढ़ने पर पुलिस ने यहां किसानों पर लाठीचार्ज कर दिया।
पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर करने के लिए आंसू गैस के गोले छोड़े। भीड़ को काबू करने के दौरान पांच-छह पुलिसकर्मी जख्मी हो गए। वहीं, प्रदर्शनकारियों की तरफ से पुलिसवालों पर ट्रैक्टर चढ़ाने की कोशिश की गई। झड़प के बीच दो मीडियाकर्मी भी घायल हो गए हैं। वहीं कई प्रदर्शनकारियों को चोटें आई हैं।
केंद्र के तीन नए कृषि कानूनों का विरोध कर रहे 41 किसान संघों के प्रमुख संगठन ‘संयुक्त किसान मोर्चा’ के एक सदस्य ने कहा कि अवरोधक तोड़ने वाले लोग ‘किसान मजदूर संघर्ष कमेटी’ के सदस्य थे।
‘किसान गणतंत्र परेड; के मद्देनजर सुरक्षा के व्यापक इंतजाम
उन्होंने कहा कि किसानों की ट्रैक्टर परेड पुलिस की अनुमति के बाद निर्धारित समय पर शुरू होगी। प्रदर्शन कर रहे संगठनों ने एक फरवरी को संसद तक पैदल मार्च करने की भी घोषणा की है, जिस दिन संसद में वार्षिक बजट पेश किया जाएगा। दिल्ली में सिंघु, टिकरी और गाजीपुर बॉर्डर पर प्रस्तावित ‘किसान गणतंत्र परेड’ के मद्देनजर सुरक्षा के व्यापक इंतजाम किए गए हैं।
सुबह करीब 10ः30 बजे किसानों का एक जत्था संजय गांधी ट्रांसपोर्ट नगर पहुंचा। यहां एक ओर जहां स्थानीय लोगों ने फूलों की बौछार कर इनका स्वागत किया तो दूसरी ओर सुरक्षा बलों से इनकी तनातनी हो गई। संजय गांधी ट्रांसपोर्ट नगर में किसानों को तितर-बितर करने के लिए पुलिस ने आंसू गैस का इस्तेमाल किया। वहीं दिल्ली के मुकरबा चौक पर किसानों को एक पुलिस वाहन के ऊपर सवार होकर बैरिकेडिंग हटाते हुए देखा गया। इसके साथ ही किसानों ने पांडव नगर के पास दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे पर पुलिस बैरिकेडिंग को धकेला और गिरा दिया।
दूसरी ओर सिंघु बॉर्डर पर संयुक्त पुलिस आयुक्त एसएस यादव ने कहा कि उन्होंने हमारा सहयोग किया है और हम उनका सहयोग कर रहे हैं। हमारा अनुरोध है कि वे फिलहाल जिस रूट पर चल रहे हैं, उसी पर चलते रहें। वहीं सिंघु बॉर्डर पर किसान मजदूर संघर्ष समिति के सतनाम सिंह पन्नू ने कहा कि हमें रिंग रोड की ओर बढ़ना है लेकिन पुलिस हमें रोक रही है। हमने उन्हें अपने सीनियर्स से बात करने के लिए 45 मिनट दिए हैं। हम शांतिपूर्ण परेड कर रहे हैं। जिस रूट पर वे हमें चलने के लिए कह रहे हैं, उस पर हम सहमत नहीं हैं।