हिसार, राजेंद्र अग्रवाल: राज्य सरकार द्वारा पाच सालों से सैकड़ो गुमनाम स्वतंत्रता सेनानियों का रिकॉर्ड आजाद हिद फौज राष्ट्रीय अभिलेखागार कार्यालय से ढुढकर देने पर आगामी कार्यवाही की जा रहीं हैं लेकिन यह रिकॉर्ड आज तक भी परिवारों तक नहीं पहुंच पाया है अतः स्वयं ही फौगाट द्वारा ऐसे जवानों के परिवारों तक रिकॉर्ड पहुचाना शुरू कर दिया है जिसमें जिला चरखी दादरी के गाँव रानिला के श्री बदलु राम व श्री पयारे लाल गाँव खातिवास के श्री डुगर सिहं व श्री नौबत सिहं गाँव बुरा खेडी के श्री नानक राम गाँव दुदबा के श्री छोटु राम गाँव मानकास के श्री चदरू राम गाँव गोपी के श्री दरिया सिहं व श्री चन्दगी राम गाँव छपार के श्री पुरण सिहं गाँव पाडवान के श्री जयमल गाँव बलाली के श्री शोभा चन्द
झजजर जिले के गाँव चिमनी के श्री फतेह सिंह चारा के श्री गोधा राम गोछी के श्री जय लाल
रोहतक के गाँव भाली के श्री धुपल सिहं सुना रिया के श्री मीर सिहं
रेवाड़ी के गाँव निमोठ के श्री भगतराम
फतियावाद जिले के गाँव जाडली कला के श्री लालजी राम
फरीदाबाद के गाँव पाली के श्री तिरखा राम गाँव बार के श्री शिमरु राम गाँव अलढुका नुह के श्री साधु राम
करनाल जिले के गाँव बालु के श्री छोटु राम के परिवार को आजाद हिद फौज शहिद जवान होने का राष्ट्रीय अभिलेखागार कार्यालय का रिकॉर्ड दिया गया है उनहोंने सरकार से दर्जा स्वतंत्रता सेनानी देकर गौरव पट्ट स्मारक पर सही इतिहास लिखनें की मागं किया गया है । यहाँ अवगत कराया भी जरूरी है कि इन शहीद जवानों को अग्रेजी सेना शहीद होने का नाम भी स्मारकों गौरव पट्टों पर लिखा है । उससे यह पता चलता है कि अग्रेजी सेनाओं द्वारा ही सही इतिहास नहीं दिया गया था । अब सही इतिहास परिवारों तक पहुँचाने के कारण खुशी की लहर हैं ।आसपास के सामाजिक संस्थाओ द्वारा इनके परिवारों को सम्मान दिया जा रहा है । वह इस सम्मान के हकदार हैं ।
श्री भगवान फौगाट द्वारा सरकार से मांग भी किया गया है कि ऐसे जवानों के परिवारों तक रिकॉर्ड पहुँचाने दर्जा स्वतंत्रता सेनानी देने में तेज गति से काम करना जरूरी है । जबकि सरकार तक पहुँच गया रिकॉर्ड आज तक भी परिवारों तक न पहुँचाने का अफसोस रहा है । यह भी मांग की है द्वितीय विश्व युद्ध अग्रेजी सेना शहीद जवानों की युनिट आर्मी नम्बर, नाम और पता सरकार देकर रिकॉर्ड आजाद हिद फौज ढूंढने में मदद करें , यह समय समय पर मांग किया है । उनहोंने प्रदेश मिडिया का आभार जताया है कि समाचार दिखाने से ऐसे परिवारों से जानकारी लेकर रिकॉर्ड ढुढकर पहुँचाने का काम दिन प्रति आसान होता जा रहा है ।