हिसार,राजेन्द्र अग्रवालः रोडवेज प्रशासन के तानाशाही रवैये व परिवहन निदेशक के आदेशानुसार कर्मचारियों से काम न लेने के विरोधस्वरूप हरियाणा रोडवेज कर्मचारी तालमेल कमेटी ने गेट मीटिंग करके तीन जनवरी के चक्का जाम कार्यक्रम की तैयारियों पर चर्चा की। इस दौरान तालमेल कमेटी ने नव वर्ष का पहला दिन होने के कारण रोडवेज प्रशासन व महाप्रबंधक के खिलाफ किसी तरह का मुर्दाबाद का नारा नहीं लगाया और मिठाई बांटकर एक—दूसरे को बधाई दी। गेट मीटिंग की अध्यक्षता राजबीर दुहन, सूरजमल पाबड़ा, अरूण शर्मा, अनूप सातरोड व राजकुमार चौहान ने की जबकि वरिष्ठ सेवानिवृत कर्मचारी नेता का. रूप सिंह बोस व राजबीर सिंधु इसमें विशेष रूप से उपस्थित रहे।
रोडवेज कर्मचारी यूनियन के प्रदेश प्रभारी राजपाल नैन ने गेट मीटिंग को संबोधित करते हुए कहा कि हमारी किसी अधिकारी या संगठन की लड़ाई नहीं है बल्कि कर्मचारियों के हकों व हितों की लड़ाई है। ऐसे में हमने महाप्रबंधक को ज्ञापन देकर बार—बार बातचीत करके मामला सुलझाने का प्रयास किया ताकि किसी तरह के धरने, प्रदर्शन या चक्का जाम की नौबत न आए। बार—बार बातचीत व समय मांगने के बावजूद तालमेल कमेटी ने महाप्रबंधक को समय दिया लेकिन महाप्रबंधक बातचीत में सहमत हुई मांगों को लागू करने की बजाय सहमति के विपरीत काम करते नजर आए। इससे मजबूर होकर तालमेल कमेटी को 3 जनवरी को महाप्रबंधक के घेराव व उनके उपस्थित न होने पर चक्का जाम का निर्णय लेना पड़ा। उन्होंने कर्मचारियों से अपील की कि वे इस कार्यक्रम में बढ़—चढ़कर भाग लें ताकि अन्याय का मुकाबला किया जा सके।
वरिष्ठ नेता का. रूपसिंह बोस व राजबीर सिंधु ने कहा कि रोडवेज विभाग कर्मचारियों के खून—पसीने से सींचा हुआ है और इसमें इस तरह के अधिकारियों की मनमानी को सहन नहीं किया जाएगा।
गेट मीटिंग की अध्यक्षता कर रहे राजबीर दुहन, सूरजमल पाबड़ा, अरूण शर्मा, अनूप सातरोड व राजकुमार चौहान ने कहा कि तीन जनवरी को महाप्रबंधक का घेराव या उनके कार्यालय में हाजिर न होने पर होने वाला चक्का जाम ऐतिहासिक होगा। इसके लिए एक—एक कर्मचारी से संपर्क किया जा रहा है। गेट मीटिंग का संचालन वरिष्ठ नेता भागीरथ शर्मा ने किया।
इस अवसर पर रणबीर सोरखी, राजबीर बुडाना, संदीप ख्यालिया, सुभाष दनौदा, संदीप, रोहताश कुंडू, रामकुमार, दयानंद सरसाना सहित अन्य भी उपस्थित थे।