कोलकाता, संजय साहा: ऑनलाइन पर पता चला था कि घर पर जाकर वैक्सीन दे रहे है। एक डायग्नोस्टिक सेंटर के लोग उस सेंटर से बातचीत के बाद दो परिवारों के पांच जन को घर पर जाकर वैक्सीन देकर गए थे एक व्यक्ति यहा तक सब ठीक था। पर संदेह तब हुआ जब वैक्सीन लेने के बाद कोई एस.एम.एस नहीं आया। इस विषय में जानकारी के लिए फिर वह व्यक्ति से सम्पर्क करने कि कोशिश कि वे लोग, पर वह फोन स्विच ऑफ कर दिया था। कुछ दिन तक मैसेज नहीं मिलने पर वे लोग समझ गए कि उनके साथ धोखाधड़ी हुई है। इसी आरोप लेकर वह पांच जन पुलिस में रिपोर्ट दर्ज कराई। पुलिस ने बताया प्रधान आरोप लगाने वाली एक महिला है। वह फूलबागान इलाका के सुरेन सरकार रोड के निवासी है। उनके साथ और चार जन प्रतारित हुए है। उस महिला कि रिपोर्ट कि आधार पर सोमवार धोखादारी और संक्रमण फैलाने कि कई धाराओं में कोलकाता पुलिस के एनफोर्समेंट ब्रांच फूलबागान थाना में मुकद्दमा शुरू किया है। लेकिन मंगलवार रात तक किसिको गिरफ्तार नहीं कर पाई पुलिस। पुलिस सूत्रों के अनुसार आरोप है मध्य कोलकाता के एक डायग्नोस्टिक सेंटर के खिलाफ। उस महिला ने बताई उस सेंटर कि प्रतिनिधि बनकर एक युवक पीछले 3 मई को वह पांच जन को घर पर जाके वैक्सीन देकर आया। इसके लिए हर एक के लिए 300 रुपए करके ले गए। पर वैक्सीन लेने के बाद निर्धारित समय बीत जाने के बाद भी सरकार कि तरफ से कोई एस एम एस नहीं आया अनलोगो कि फोन पर आरोप यह है कि बहुत बार बताने पर भी वह संस्था कुछ भी नहीं किया। पुलिस ने बताया कि उस डायग्नोस्टिक सेंटर कि सभी कागजात कि छानबीन किए जा रहा है। प्राथमिक तहकीकात के बाद पुलिस ने बताया आरोप लगाने वालों कि आशंका है कि वैक्सीन के बदले दूसरा कुछ उनके शरीर में घुसाया गया है। पुलिस के एक उच्च पदाधिकारी ने कहा वैक्सीन के लिए सभी को परेशानी हो रही है। इसी परिस्थिति का फायदा उठाकर प्रतारित किया गया। तहकीकात और छानबीन चल रही है, जल्द ही आरोपी को पकड़ने में सफल होगी पुलिस। लेकिन सभी को बताया जा रहा है कि वैक्सीन लेने के लिए रजिस्टर करवाने वाले केवल एकमात्र ऐप है कोविन। इस वेबसाईट से ही सब कुछ पता चलेगा। कृपया दूसरे किसी सिस्टेम में न जाने के लिए अनुरोध किया जा रहा है।