आँसू ना होते तो आँखे इतनी खूबसूरत ना होती, दर्द ना होता तो खुशी की कीमत ना होती

दिव्या, राजेंद्र अग्रवाल, हिसार हरियाणा,  आँसू ना होते तो आँखे इतनी खूबसूरत ना होती, दर्द ना होता तो खुशी की कीमत ना होती : राजेंद्र अग्रवाल  प्रेरणा परिवार की मासिक काव्य गोष्ठी आयोजित  प्रेरणा परिवार की मासिक काव्य गोष्ठी  अणुव्रत कार्यालय , पुरानी मंडी रोड मे शुभकरण गौड़ की अध्यक्षता मे आज आयोजित की गई !  मंच संचालन संस्था के महासचिव जयभगवान लाड्वाल ने किया । मुख्य अतिथि राजेन्द्र अग्रवाल थे ।    इस अवसर पर राजेंद्र अग्रवाल ने काव्य रचना सुनाई आँसू ना होते तो आँखे इतनी खूबसूरत ना होती, दर्द ना होता तो खुशी की कीमत ना होती।   जयभगवान लाडवाल ने सुनाया --हुई खटारा जिंदगी पुर्जे घिसे तमाम- घूटनों मे दर्द रहता है बस, अब तो रक्षक राम  वीरेंद्र कौशल ने सुनाया –आ पहुचआ दौर सिम बदलना मोबाईल का- हर कोई तो काट रहा हे बस कसाई सा     अशोक बंधु ने कुछ यू सुनाया – अपनो का अपनो  से हो रहा टकराव- मतदाता असंजस मे किस का करे चुनाव  ऋषि सक्सेना ने सुनाया --चिलमन मे चुप लीजिए आपने रुकसार को गेरो को दिखाने की कभी खता ना करना ।  नरेश निर्गुण ने सुनाया किसी के मुँह का निवाला छीन कर, फायदे की बात करता है शर्म कर विनोद जैन ने सुनाया अणुव्रत गीत सयंम ही जीवन है, नैतिकता की सूर सरीता में जन मन पावन हो।   इस अवसर पर सोरभ टकराल ,जगदीश गर्ग,  पी पी शर्मा,  इंद्रेश पांडे, आदि ने भी कविता गांन किया