अमरावती, महाराष्ट्र, रुपाली ना. हटवारः अमरावती जिला के सभी संघटन समीती की और से तिवसा शहर तहसील कार्यालय पर फुले,शाहु आंबेडकर, अब्दुल कलाम, वैचारिक संघर्ष समिति के सभी समाज कार्यकताओं के साथ महिलाएं व युवा भीम सैनिकों ने दलित और मुस्लिम समुदाय पर अत्याचार कि घटना के विरोध मे ओर सक्त कार्रवाई की मांग को लेकर गुरुवार २२जुन को बहुत बडा एल्गार मार्च आयोजित किया गया !
पहली बार भीम जयंती मनाने पर नांदेड़ जिले के युवक अक्षय भालेराव कि जातिवादी भीड ने नृशंस हत्या कर दी ,जिला अकोला मे सावित्रीबाई फुले छात्रावास में पढने वाली छात्रा हिना मेश्राम कि बलात्कार के बाद हत्या कर दी गई, ये दोनो घटनाएं प्रगतिशील महाराष्ट्र पर काली रोशनी डालती है। साथ ही मुस्लिम समुदाय को बदनाम कर झुठे अपराध वापस लेने और दलित और मुस्लिम समुदाय पर अत्याचार रोकने कि मांग के साथ एल्गार मोर्चा की ओर से केंद्र और राज्य कि फडनवीस सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी कर सरकार कि निंदा की गई. इस समय तिवसा तहसीलदार को विभिन्न मांग पत्र दिये गये!
इस मार्च का नेतृत्व एडवोकेट ने किया.भीम ब्रिगेड के दिपक सरदार ,राजेश वानखडे,ने किया. साथ ही इस मार्च में प्रो.रमेश जिवाने, माली समुदाय के नंदेश अंबाडकर, आदीवासी समुदाय के नेता अर्जुन इनवाते मुस्लिम समुदाय के सल्लाहुद्दिन खान,राजेंद्र छापाने,एडवोकेट. सिध्दार्थ गायकवाड़, एम.जी.कांबले,मनिष धुर्वे, किशोर भेले,प्रो.कमल नारायण उइके,रोहित झाकर्डे,राजेश कांबले,मंगेश वाहणे,सहीत सैकडों महिलाएं ,युवा और भीम सैनिक शामिल हुए !