भीनमाल, रामलाल वी सुथार : पिछले कई महीनों से राजस्थान के कई इलाकों में पशुपालन कार्यकर्ताओं की दूध उत्पादन जिन की जीवनी दूध उत्पादन पशुओं पर निर्भर है। उनके लिए घातक जीवन बिताने योग्य समय चल रहा है क्योंकि पिछले कई दशक के सप्ताहों से गायों में लिपि नाम की बीमारी तेजी से फैल रही है और इसका इलाज अभी कामयाबी तौर पर नहीं मिला है। पशु चिकित्सा द्वारा कुछ दवाइयां मार्केट में उपलब्ध है और कई लोग गांव के स्तर पर देवी-देवताओं के अनुसार या दवाइयों की शिक्षाओं के अनुसार लिपि बीमारी को गायों में कम करने के लिए उपयोग कर रहे हैं। मगर यह भी बीमारी कम होने का नाम नहीं ले रही है और तेजी से बढ़ती जा रही है। पशुपालन कर्ताओं के लिए एक बहुत बड़ा संकट का विषय है और तेजी से गायों की मृत्यु हो रही है पशुपालन लोगो का कहना है ऊपर से कुदरत की तेज बारिश और एक एक तरफ तेज़ी से बढ़ती बीमारियों का यह दौर पशुपालन परिवारों के लिए एक संकट की घड़ी बनी हुई है। तेजी से अपने गायों को खोना उनके जीवन के लिए कठिन समय की कड़ी है बागों में बीमारी तेजी से फैलती जा रही है पशुपालन विभाग ने मवेशी पालन करता लोगों को अवगत कराया है कि बीमार पशुओं को अलग से बांधा जाए जहां तक बने उसे स्वस्थ गायों के बीच में ना बांधे लिपि की बीमारी एक दूसरे से तेजी से संपर्क में आ रही है। हालात दिनोंदिन बिगड़ते जा रहे हैं पशुपालन किसान परेशान है जिनकी सारी जीविका इन्हीं पशुओं पर निर्भर है इनके लिए इस वक्त संकट का समय है पर बाजार में गांवों के स्तर पर दवाइयां उपलब्ध नहीं है गांव में दवाइयां तेजी से नहीं पहुंच रही हैं और पशुपालन चिकित्सा भी कई विभाग बंद पड़े हैं गांव में और शहरी स्तरों पर बड़े-बड़े पशुपालन विभाग को बनाए गए हुए हैं लेकिन इस महामारी में एक भी स्वास्थ पशुपालन विभाग काम नहीं आ रहा है किसानों का कहना है कि हमारे देश में पशु पक्षियों के लिए भी जितना पर्यावरण बताने योग्य विभाग हमेशा जागृत रहता है। उतना दूध उत्पाद इन गायों के प्रतीक भी जागृत रहें और जल्द से जल्द गांव तक दवाइयां उपलब्ध कराएं यह किसानों की मांग है जो पशु पालन पर अपनी जीविका निर्भर करते हैं। ग्रामीण स्तर पर कई पशुपालन परिवारों ने इस बीमारी से विभाग को अवगत कराया गया की लिपि नाम की बीमारी तेजी से गायों में फैलती जा रही हैं पर अब तक 1500 गाय की मृत्यु हो चुकी है 3000 से 4000 गाय इस बीमारी की चपेट में है और यह बीमारी तेजी से बढ़ती जा रही है और इसके लिए गांव में दवाई उत्पन्न नहीं है। गांव के लोग अपने ग्रामीण स्तर पर जो इलाज होता था भूतपूर्व समय के अनुसार उसी इलाज के दौरान वह उपचार कर रहे हैं जालौर सिरोही और कई बड़े शहर जिलों के अंदर भीनमाल क्षेत्र में भी कई गांवों में लिपि के लक्षण देखे गए हैं। इसके लक्षण बीमारी तेजी से फैलती जा रही हैं और पशुपालन चिकित्सा विभाग को कई किसानों ने अवगत कराया कि जल्दी गौशालाओं में इसकी दवाई उपचार पहुंचाया जाए क्या की गायों की बताया जाए सके कई गो भक्त इस सेवा में दिन रात दिन लगे हुए हैं निस्वार्थ भाव से गौ प्रेमी प प्रार्थना करते हैं कि जल्दी लिपि बीमारी लक्ष्ण धीरे धीरे कम हो जाएंगे मगर इस वक्त सावधानी बरतना अति आवश्यक है कई गो भक्तों ने ग्रामीण स्तर पर अवगत कराया गया पशुपालन परिवारों को सावधानी बरतने के लिए कहा गया।
Posted On : 02 Aug, 2022