हिसार, राजेंद्र अग्रवाल : हरियाणा के उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने सोमवार को नारनौद क्षेत्र के जलभराव वाले गांवों का दौरा करते हुए अधिकारियों को जल्द से जल्द पानी की निकासी किए जाने की सख्त हिदायत दी है। उन्होंने कहा कि जब तक पानी की निकासी नहीं होती तब तक एसडीएम कार्यालय में कंट्रोल रूम स्थापित किया जाए। इसके अतिरिक्त उन्होंने निर्देश दिए कि जब तक की गांवों में जल निकासी नहीं होती, तब तक सभी बेलदार केवल जल निकासी का ही कार्य करेंगे। फसल ख़राबे के आंकलन के लिए 5 अगस्त से गिरदावरी का कार्य भी किया जाएगा। जल जनित बीमारियों के फैलने की आशंका के मद्देनजर डिप्टी सीएम ने सीएमओ डॉक्टर रत्ना भारती को प्रत्येक गांव में फॉगिंग करने, ओआरएस तथा अन्य दवाएं उपलब्ध करवाने व मेडिकल टीम गठित कर ग्राम वासियों के स्वास्थ्य की जांच करवाने के निर्देश दिए। गांव गुराना में अत्यधिक जलभराव के मद्देनजर उन्होंने सिंचाई विभाग के अधीक्षण अभियंता को पाइपलाइन की उपलब्धता सुनिश्चित करने की हिदायत दी। इसके लिए उन्होंने अपने स्वेच्छिक कोटे से 30 लाख रुपये की ग्रांट दी। डिप्टी सीएम ने कहा कि गांव के लोगों को ट्रैक्टर पर बर्मा लगाकर नहर में पानी डालने की भी अनुमति दी जाए, इससे प्रत्येक गांव में 10 से 20 ट्रैक्टर जल निकासी के कार्यों में लग जाएंगे। जल निकासी के कार्य में लगने वाले ट्रैक्टर मालिकों को रेट फिक्स करके खर्च की अदायगी की भी जाएगी। मिर्चपुर गांव में जलभराव की स्थिति का दौरा करते हुए उन्होंने मौके पर ही पाइप मंगवाए और जल निकासी का कार्य आरंभ करवाया। डिप्टी सीएम ने कोथकला, मिर्चपुर, राखी ख़ास, बास, खरबला व अन्य गांवों में किसानों से वार्ता करते हुए उनकी प्रतिक्रियाएं भी ली और उन्हें आश्वासन दिया कि जल निकासी का कार्य युद्ध स्तर पर किया जाएगा। इस अवसर पर उपायुक्त डॉ प्रियंका सोनी, नारनोंद एसडीएम विकास यादव सहित जनस्वास्थ्य, पीडब्ल्यूडी, स्वास्थ्य, राजस्व विभाग सहित सम्बंधित विभागों के अधिकारी उपस्थित थे।
Posted On : 02 Aug, 2022