हिसार, राजेंद्र अग्रवाल : सर्व कर्मचारी संघ से संबंधित पीडब्ल्यूडी मैकेनिकल वर्कर्स यूनियन ने पेटवाड़ नहर में गत दिवस एक 13 वर्षीय बच्चे को बचाने के लिए चलाए गए रेस्क्यू ऑप्रेशन में अपनी जान की बाजी लगाने वाले सिंचाई विभाग के तीनों कर्मचारियों को सम्मानित करने की मांग उठाई है। यूनियन के जिला प्रधान नरेश गौतम ने आज एक बयान जारी कर बताया कि शुक्रवार को पेटवाड़ नहर में एक 13 साल का बच्चे गिर गया। उस बच्चे को निकालने के लिए रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया गया। बचाव कार्य में सिंचाई विभाग में फील्ड में कार्यरत कर्मचारी अमित सहरावत और संदीप पुनिया जो कि यूनियन के पूर्व ब्रांच प्रधान एवं प्रांतीय कमेटी में सहसचिव के पद पर कार्यरत हैं, नहर में जाल लगा रहे थे उस दौरान नहर की पुल टूटने पर तेज बहाव होने के कारण नहर में बह गए, दोनों कर्मचारियों ने हिम्मत दिखाते हुए किसी तरह से नहर की पटरी को पकड़ा, क्योंकि उक्त जगह से ठीक 10 मीटर दूरी पर लोहे का शटर था अगर कर्मचारी वहां तक पहुंच जाते हैं तो उनका बचना मुश्किल था। संजीव नामक कर्मचारी ने दोनों कर्मचारियों को बाहर निकाला, जिसके बाद कनिष्ठ अभियंता अपनी गाड़ी में उनको अस्पताल लेकर गए, जहां प्राथमिक उपचार के बाद दोनों साथियों को अस्पताल से छुट्टी दे दी गई।
जिला प्रधान नरेश गौतम ने बताया कि तीनों कर्मचारी हांसी में सिंचाई विभाग में कैनाल गार्ड के पद पर कार्यरत हैं। उन्होंने कहा कि अक्सर सरकार कर्मचारियों को बदनाम करती है कि कर्मचारियों को केवल अपनी मांगों की चिंता है और वो उसके लिए धरना लगाते हैं, लेकिन वास्तविकता यह है कि कर्मचारी समाज के प्रति अपने कर्तव्य को निभाने में कभी भी पीछे नहीं हटते। एक बच्चे को बचाने के लिए तीन कर्मचारियों द्वारा अपनी जान की बाजी लगाना इसी बात का प्रमाण है। उन्होंने कहा कि प्रशासन व सरकार के किसी भी मौजिज अधिकारी या राजनेता ने कर्मचारियों की इस बहादुरी की कोई प्रशंसा नही की और ना ही उनका हालचाल जानने की कोशिश की, जिसकी संगठन कड़ी निंदा करता है।
जिला प्रधान नरेश गौतम ने कहा कि संगठन मांग करता है कि सरकार इन तीनों कर्मचारियों को उनकी बहादुरी के लिए 15 अगस्त को सम्मानित करे और प्रशंसा पत्र के साथ-साथ उनको एक स्पेशल इंक्रीमेंट देने की भी घोषणा की जाए, ताकि अन्य कर्मचारियों का मनोबल बढ़ सके।
Posted On : 23 Jul, 2022