पिछले कई महीनों से पेट्रोल के भाव की कीमतों में प्राइवेट लिमिटेड कंपनियां और सरकारी कंपनियों के राजस्थान के कुछ जिलों में बड़ा अंतर देखने को मिला

जालौर, भीनमाल, रिपोर्टर रामलाल जी सुथार : भीनमाल पेट्रोलियम कीमत पर प्राइवेट लिमिटेड और भारतीय सरकार कंपनी पिछले कई महीनों से पेट्रोल के भाव की कीमतों में प्राइवेट लिमिटेड कंपनियां और सरकारी कंपनियों के राजस्थान के कुछ जिलों में बड़ा अंतर देखने को मिलता है। इसमें होती है ऐसी मांग कई पेट्रोल पंप ₹7 का अंतर दिख रहा है। प्राइवेट लिमिटेड में कई पेट्रोल पंप पर ₹5 का अंतर दिख रहा है कई पेट्रोल पंप पर ₹10 का अंतर दिख रहा है जबकि सरकारी कंपनियां एक ही कीमत पर पेट्रोल को वितरण कर रही है। प्राइवेट लिमिटेड कंपनियों का मुख्य कारण होता है जब जिले स्तर पर का जो मुख्य डीलर होता है पेट्रोलियम विभाग का तो प्राइवेट विभाग में गांव में जा पेट्रोल पंप लगे रहते हैं या चार शहरों की मुख्य सड़कों पर पेट्रोल पंप के स्थान होते हैं।
10 किलोमीटर के अंदर कई यह 5से किलोमीटर पर भी होते है एक का पेट्रोल पंप होता है या 8 किलोमीटर के अंदरगत पेट्रोल होता है पंप कंपनियां देती है देती हैं मुख्य डीलर को पेट्रोल के जो मुख्य स्थान होता है। वह जिले स्तर पर आता है फिर वहां से जितने भी गांव शहर होते हैं। वहां से पेट्रोल पंप पर टैंकर के द्वारा पेट्रोल पहुंचाया जाता है  जो पेट्रोल की कीमतों में अंतर है 10 से 15 किलोमीटर में वह लोगों को समझ नहीं आ रहा है। लोग बड़े कंफ्यूज और अद्वितीय सोच में डूबे रहते हैं कि दोनों एक ही कंपनी के पेट्रोल पंप है फिर रेट में अंतर क्यों इसका मुख्य कारण यह होता है जो पेट्रोल पंप का मालिक होता है। जो डीलर से मांग करते हैं। ज्यादा बेलर टेक की तू जब जरूरत से ज्यादा बैलर मंगाए जाते हैं तब डीलर वहां से प्रति लीटर ₹3000 का अंतर ज्यादा बढ़ोतरी कर कर पेट्रोल पंप मालिक को ध्यान देते हैं और वह सीधा ध्यान और भुगतान जागो पर पड़ता है जो ग्राहक को इस बारे में जानकारी नही होती है आस पास पेट्रोल पंप ना होने के कारण नजदीकी पेट्रोल पंप पर ही भरवाना करवाना पड़ता है। बढ़ती बढ़ाई हुई कीमतें का भुगतान सीधे कस्टमर या (ग्राहक)को करना पड़ता है। कई लोग इसके बारे में जानकारी नहीं होती जबकि भारतीय सरकारी कंपनियां राज्य स्तर पर शरीफ 50 पैसे 20 पैसे और इस पैसे का अंतर होता है वहीं प्राइवेट कंपनियों में ज्यादा बैनर की मांग की वजह से डीलर उन्हें ₹3 ₹5 ₹4 बढ़ोतरी कर पेट्रोल के बैनर पेट्रोल पंप पहुंचाए जाते हैं और इसका सीधा भुगतान आमजन पर पड़ता है जबकि पेट्रोल मालिक कभी किसी ग्राहक से आगरा नहीं करता कि आप हमारे ही पेट्रोल पंप पर पेट्रोल भरवा आप स्वतंत्र हैं जहां को लाभ हो वहां पेट्रोल भरवा सकते हैं पेट्रोल पंप मालिकों का कहना होता है। मगर आमजन की जानकारी नहीं होती इसका सीधा भुगतान लोगों के जेब से ज्यादा पैसे देखकर प्रति लीटर चुकाना पड़ता है। जन हित जारी के की बात है। शिक्षित लोग सोच समझकर काम करते हैं पर ग्रामीण इलाकों में ज्यादातर खेती के कार्य में आने वाला पेट्रोल डीजल अधिकतर आमजन के रोज के साधन ट्रैक्टर पर ज्यादा डीजल फ्रेश होता है और इसका सीधा भुगतान किसान को भरना पड़ता है। आसपास के कई लोगों ने इन बातों के मुद्दे उठाए और एक मीडिया कर्मी ने उन्हें अवगत कराया गया याद जब भी पेट्रोल करवाएं तो ज्यादातर सोच समझकर भरवाए इसी बात की जानकारी देते हुए आसपास के कई किसानों को अवगत कराया गया।



Posted On : 19 Jul, 2022