जालौर जिले के सिंधरा बांध पर भविष्य मेंआने वाले समय में कोई बड़ी घटना ना घटे इसलिए इसका मजबूत सीमेंट से निर्माण कार्य हो रहा है!

जालौर,  रामलाल वी सुथार :  भीनमाल निकट जालौर जिले के सबसे बड़े स्तर पर आया हुआ सिंधरा  बांध पर भविष्य में आने वाले समय में कोई बड़ी घटना ना घटे इसलिए ओवरफ्लो के बाहर वाले अच्छे नहीं मजबूत  सीमेंट के साथ हो रहा है। सॉलिड सीमेंट की दीवार मोटाई नीचे 15' फूट और ऊपर से क्रॉस रेवल में 2 ' फुट ऊंचाई 25' फुट जमीन रेवल से 500 फीट लंबाई तक बांधकाम पूर्ण रूप से तैयार हैं। आने वाले भविष्य में कई बड़ी घटना ना घटे  उसी  निर्माण कार्य को नजर में रखते हुए और फ्लो का कार्य पूर्ण रूप से तैयार है। 2005 में बना सिंधरा बाध पूर्ण रूप से तैयार हुआ 2007 में पूरी तरह से बढ़कर और फ्लो पर कई महीनों तक पानी चला उस समय इमरजेंसी में कई लिखे हुए सरकार ने आने वाले भविष्य में बांध विभाग ने बेहतरीन तरीके से  कार्य को डिजाइन कर बनाया जा रहा है। इस बाध की कैपेसिटी  5 किलोमीटर चौड़ा और 10 किलोमीटर के  तक भराव सीमा है। कार्य को पूर्ण रूप से टेंडर कंपनी का 2022 में पूरा करने का अंतिम तिथि है। बारिश के मौसम में कार्य पूर्ण रूप से विराम पर है बड़े स्तर के पानी के भराव पर बना यह बांध जिले का सबसे बड़ा डैम है और इसी टाइम पर निर्भर करती हैं 30 गांव की किसानों के जीवन है बांध के आगे 30 किलोमीटर तक गांव का पानी बांध के हिसाब तक चलता है। जल परियोजना के तहत बेहतरीन तरीके से कार्य को पूर्ण रूप से किया जा रहा है। बांध विभाग पिछले पूर्व समय की बात करें तो जैसे जालौर जिले के बड़गांव से आगे पिछले वर्षों की घटना घटी जेतपुरा बांध अचानक पानी कब आने से दीवार टूट गई थी और कई किसानों की जमीन के साथ और कई प्राणी पशु जानवर उस बांध की गहरी पानी के बहाव में बह गए ऐसे ही सिरोही जिले की घटना है। अनगौर बाध में भी एक दीवार की घटना ओवरफ्लो पानी में घट चुकी है। उसी को ध्यान में रखकर और फ्लो को बड़ी मजबूती के साथ में एक दीवार को बांधा जा रहा है ताकि भविष्य में बांध की लंबी दीवार को कभी कोई दुर्घटना ना घटे इसी को ध्यान में रखकर बांध विभाग कार्य कर रहा है।


Posted On : 15 Jul, 2022