हिसार, राजेंद्र अग्रवाल : फसल मुआवजे को लेकर 64 दिन से गांव बालसमंद में चल रहा किसानों का धरना समाप्त किए जाने की घोषणा की गई है। इस संबंध में धरना स्थल पर पहुंचे डिप्टी स्पीकर रणबीर गंगवा ने 10 दिन में मुआवजा राशि क्षेत्र के किसानों के खातों में भेजे जाने का भरोसा दिया, जिसके बाद धरनारत किसानों ने अपना आंदोलन समाप्त करने की बात कही। धरना की अगुवाई कर रहे सुरेंद्र आर्य ने किसानों की पैरवी के लिए डिप्टी स्पीकर रणबीर गंगवा का आभार जताते हुए कहा कि कुछ दिन पहले किसानों का प्रतिनिधिमंडल डिप्टी स्पीकर रणबीर गंगवा से मिला था और उनसे इस मसले पर हस्तक्षेप करने की मांग की थी। इसके बाद उन्होंने चंडीगढ़ में बैठे आलाधिकारियों से वार्ता की। अब उन्हें मुआवजा राशि दिए जाने का निर्णय हुआ है।
धरना स्थल पर अपने संबोधन में डिप्टी स्पीकर रणबीर गंगवा ने कहा कि नलवा हलका उनका परिवार है। उनका स्वयं का इसी क्षेत्र में खेती बाड़ी का कार्य है। उन्होंने कहा कि किसानों की मांगों पर सहानुभूति रखते हुए उच्च अधिकारियों से बात की और मुख्यमंत्री मनोहर लाल को भी पूरे मामले की जानकारी दी। पूरी बातचीत के बाद आज वे सरकार के प्रतिनिधि के तौर पर धरना स्थल पर पहुंंचे हैं।
डिप्टी स्पीकर ने कहा कि खरीफ-2020 फसल के मुआवजे को लेकर अधिकारियों ने जल्द क्षेत्र के किसानों के खातों में मुआवजा राशि डाले जाने की बात कही है। उन्हें पूरी उम्मीद है कि 10 दिनों के अंदर मुआवजा राशि किसानों के खातों में डाल दी जाएगी। किसानों पर दर्ज मुकदमों के संबंध में उन्होंने कहा कि इस बारे में पुलिस अधिकारियों से बातचीत हुई है और कानूनी प्रक्रिया के तहत इसको लेकर सकारात्मक निर्णय लिया जाएगा। डिप्टी स्पीकर रणबीर गंगवा ने कहा कि राज्य सरकार किसानों की आर्थिक स्थिति को मजबूत बनाने को लेकर पूर्ण रूप से प्रतिद्घि है और इस दिशा में अनेक योजनाएं क्रियान्वित की गई हैं। उन्होंने किसानों से आह्वान किया कि वे अपनी फसलों को मेरी फसल-मेरा ब्यौरा पोर्टल पर पंजीकरण करवाएं ताकि खराबे की स्थिति में गिरदावरी या अन्य कार्यों में दोबारा से कोई दिक्कत न हो।
Posted On : 14 Jul, 2022