हिसार, राजेंद्र अग्रवाल : अग्रोहा धाम वैश्य समाज के राष्ट्रीय अध्यक्ष बजरंग गर्ग ने समाज के प्रतिनिधियों की मीटिंग लेने के उपरांत कहा कि हरियाणा में पिछली सरकार से हमने बातचीत करके महाराजा अग्रसेन जी की जीवनी पांचवी कक्षा में पेज नंबर 12 में पाठ्यक्रम में 2008 में लागू करवाई थी मगर हरियाणा में भाजपा सरकार 2014 में बनते ही महाराजा अग्रसेन जी की जीवनी को स्कूल के पाठ्यक्रम से हटा दी गई जो उचित नहीं है। जिसके कारण देश के अग्रवाल समाज में बड़ी भारी नाराजगी है। हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर को तुरंत प्रभाव से महाराजा अग्रसेन जी की जीवनी पाठ्यक्रम में लागू करनी चाहिए। बजरंग गर्ग ने कहा कि जबकि महाराजा अग्रसेन जी त्याग की मूर्ति थे और गरीबों के मसीहा थे। महाराजा अग्रसेन जी जिन्होंने देश में समाजवाद को बढ़ावा दिया और गरीब व जरूरतमंद व्यक्तियों कि हर प्रकार की मदद करते हुए उन्हें ऊंचा उठाने का काम किया। महाराजा अग्रसेन जी ने अपनी प्रजा की मदद के लिए अन्न व धन के भंडार खोल दिए। उन्होंने हर गरीब की मदद करने के उद्देश्य से हर घर में एक ईंट व एक मुद्रा देने की प्रथा अपने राज्य में लागू की, जिसे 5 हजार वर्ष से ज्यादा बीतने के बाद भी आज तक याद किया जाता है। ऐसे महान पुरुष की जीवनी पाठ्यक्रम से हटाना निंदनीय है जबकि स्कूल के पाठ्यक्रम में महाराजा अग्रसेन जी की जीवनी पढ़कर बच्चे उनके आदर्शों पर चलकर अच्छी शिक्षा ग्रहण कर रहे थे। महान पुरुष की जीवनी से युवा पीढ़ी में त्याग, देश व जनता के प्रति सेवा में अपनी अग्रणी भूमिका निभाते व अपने पूर्वजों की संस्कृति को आगे बढ़ाने में काम करते और समाज में आपसी भाईचारा व प्रेम को बढ़ाने में प्रोत्साहित होते।
Posted On : 12 Jul, 2022