हिसार, राजेंद्र अग्रवाल : किसान परंपरागत फसलों के स्थान पर दलहनी एवं तिलहनी फसलों को दें प्राथमिकता
हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने मंगलवार को प्रदेश के किसानों को एक बड़ी सौगात दी। उन्होंने एमआई काडा पोर्टल लॉन्च करने के अतिरिक्त प्रदेश मे 7500 प्रदर्शनी फार्म बनाने की भी घोषणा की।
मुख्यमंत्री सूक्ष्म सिंचाई एवं नहरी क्षेत्र विकास प्राधिकरण के सौजन्य से पंचकूला स्थित लोक निर्माण के विश्राम गृह में आयोजित कार्यक्रम को बतौर मुख्य अतिथि संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि माइक्रो इरिगेशन किसानों के लिए एक मील का पत्थर सिद्ध होगी। प्रदेश में पानी की उपलब्धता को मद्देनजर रखते हुए किसानों को मेरा पानी-मेरी विरासत, सूक्ष्म सिंचाई प्रणाली जैसी योजनाओं को प्राथमिकता देनी होगी। किसानों को कम पानी में तैयार होने वाली फसलों को तरजीह देनी चाहिए। परंपरागत फसलों धान, गन्ना, कपास आदि के स्थान पर किसान दलहनी एवं तिलहनी फसलों की बिजाई करके अच्छी आमदनी प्राप्त कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि जल के महत्व को मद्देनजर रखते हुए प्राकृतिक जल स्त्रोत के साथ-साथ नए जल स्त्रोत भी बनाने होंगे। जल संरक्षण के दृष्टिगत वर्षा जल का उपयोग करने के लिए कारगर कदम उठाने होंगें।
मुख्यमंत्री ने माइक्रो-इरिगेशन के तहत खेती करने वाले प्रदेश के करनाल, फतेहाबाद, अंबाला तथा यमुना नगर के प्रगतिशील किसानों के साथ विस्तार से बातचीत की। किसानों ने मुख्यमंत्री को बताया कि माइक्रो-इरिगेशन एवं राज्य सरकार द्वारा शुरू की गई योजनाओं को अपनाकर धान, गन्ना तथा तिल की बिजाई करके अच्छी पैदावार प्राप्त की है।
काडा के कार्यकारी अभियंता नवदीप सांगवान ने बताया कि राज्य सरकार द्वारा प्रदेश के जिन गांवों में भूमिगत जल स्तर 100 फुट से नीचे चला गया है, 7500 प्रदर्शनी फार्म बनाए जाएंगे। हिसार जिले का प्रदर्शनी फार्म सलेमगढ़ गांव में बनाया जाएगा। माइक्रो-इरिगेशन के तहत किसानों को सरकार द्वारा 85 प्रतिशत सब्सिडी दी जा रही है। किसान को 15 प्रतिशत व जीएसटी जमा करवाना होता है। उन्होंने बताया कि प्रदर्शनी फार्म के तहत किसान को सिर्फ जीएसटी देय करना होगा। इस अवसर पर एसडीएम अश्वीर नैन भी उपस्थित थे।
Posted On : 28 June, 2022