साँसों पर नियंत्रण से मन पर नियंत्रण पाया जा सकता हैं- नीरज गुप्ता

हिसार, राजेंद्र अग्रवाल : आर्ट ऑफ लिविंग स्टेट मीडिया कोऑर्डिनेटर नीरज गुप्ता ने गवर्नमेंट पॉलिटेक्निक के डिपार्टमेंट ऑफ इंस्ट्रूमेंटेशन एंड कंट्रोल के सभी विद्यार्थियों एवं शिक्षकों के लिए “स्ट्रेस मैनेजमेंट टेक्निक्स ड्यूरिंग एग्जामिनेशन” विषय पर आयोजित एक कार्यशाला को मुख्य वक्ता एवं प्रशिक्षक के रुप में संबोधित किया।

नीरज गुप्ता ने बताया कि जीवन मे तनाव का मुख्य कारण हैं जब हमारे पास करने को बहुत कुछ होता हैं पर समय पर्याप्त नहीं होता और उर्जा का अभाव होता हैं। हम केवल अपनी उर्जा को बढाकर इससे निजात पा सकते हैं। उर्जा के  मुख्यतः ४ स्त्रोत हैं - भोजन, निद्रा, श्वास एवं ध्यान। वर्कशॉप में परिक्षा से पहले एवं परिक्षा के दौरान एहतियात रखने की कुछ सलाह सभी बच्चों को दी। हमारा खानपान सात्विक हो, भरपूर निद्रा, श्वासों के लिए प्राणायाम और दिन में मन को खाली करने के लिए ध्यान जरूर करना चाहिए। उन्होने बताया कि हमारा मन निरंतर भूत काल एवं भविष्य काल में विचरण करता हैं, जिससे हम नाना प्रकार के नकारत्मक भावनाओं से परेशान रहते हैं। जब जब मन वर्तमान में रहता हैं हम सुखी एंव खुश रहते हैं। उन्होंने आगे बताया कि मन को हम केवल साँसों से नियंत्रीत कर सकते हैं, जिसका अभ्यास से किया जा सकता हैं।

कार्यशाला में बच्चों को नाड़ी सोधन प्राणायाम, भस्त्रिका प्राणायम, आँखों के लिए व्यायाम एवं लगभग 20 मिनट का योग और ध्यान भी करवाया गया, जिसके बाद वहाँ मौजुद सभी को शांति का अनुभव हुआ।

कार्यशाला के समापन पर श्री अशोक शर्मा जी ने आर्ट ऑफ लिविंग का धन्यवाद करते हुए नीरज गुप्ता एंव ईश्वर सैनी जी का मोमेंटो देकर सम्मान किया एवं धन्यवाद किया।

कार्यशाला में आर्ट ऑफ लिविंग ईश्वर सैनी जी, प्रधानाचार्य श्री अशोक शर्मा जी के साथ डिपार्टमेंट से श्री रजत ठकराल, श्री मुकेश बंसल, श्रीमती रोशनी जी, रिचा जी, श्री अशोक सरोया, श्री मंदीप नागपाल जी, भारती जी, सतिन्द्र जी मौजूद रहे।


Posted On : 27 June, 2022