हिसार, राजेंद्र अग्रवाल : उकलाना में कांग्रेसी नेताओं ने सत्याग्रह कर जताया अग्निपथ योजना पर विरोध
केंद्र सरकार की अग्निपथ योजना के विरोध में कांग्रेसियों ने सोमवार को उकलाना की पुरानी अनाज मंडी में सत्याग्रह करते हुए जोरदार विरोध दर्ज करवाया। हरियाणा कांग्रेस लीगल डिपार्टमेंट के प्रदेश अध्यक्ष लाल बहादुर खोवाल ने बताया कि सत्याग्रह धरने की अध्यक्षता एचपीएससी के पूर्व सदस्य जगन्नाथ ने की। तथा इस मौके पर कुमारी शैलजा को सीडब्ल्यूसी का सदस्य बनाए जाने की खुशी में लड्डू बांटकर खुशी का इजहार भी किया गया।
धरने को संबोधित करते हुए जगन्नाथ ने कहा कि यह योजना न तो राष्ट्र सुरक्षा के हित में है, न ही युवाओं के भविष्य के हित में है। कांग्रेस देश की फौज को कमजोर नहीं होने देगी। कोई भी ऐसा कदम, जिससे देश की फौज कमजोर होती दिखायी देगी, उसका हम पुरजोर विरोध करेंगे। उन्होंने कहा कि 4 साल के बाद जिन अग्निवीरों की फौज से छुट्टी हो जायेगी उन्हें अलग-अलग मंत्रालयों, विभागों और प्राईवेट सेक्टर में प्राथमिकता देने के बड़े-बड़े वादे और दावे किये जा रहे है। सरकार बताए कि जो रिटायर्ड फौजी 15 साल की सर्विस के बाद वापिस आ रहे हैं उनमें से कितने रिटायर्ड फौजियों को सरकार ने नौकरी दी है। क्योंकि पूर्व सैनिकों के लिये कोटे का प्रावधान पहले से तय है और उन्हें प्राथमिकता दी जाती है लेकिन इसके बावजूद भी फौजियों की नौकरी पाने के लिए लंबी लाइन लगी हुई है।
बॉक्स- हरियाणा के युवाओं की रहती है ज्यादा भागीदारी
धरने को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि हरियाणा, राजस्थान और पंजाब जैसे प्रदेशों में परम्परागत रूप से फौज में ज्यादा भर्ती होती रही है। ऐसे में प्रदेश के युवाओं को इस योजना से बड़ा झटका लगा है। यहां के विभिन्न इलाकों में पीढ़ी दर पीढ़ी देश के लिये समर्पित होकर देश के लिये बलिदान देने की परम्परा रही है। उन्होंने कहा कि ‘अग्निपथ योजना’ लागू करने के निर्णय से देश भर के युवाओं में निराशा, मायूसी और गहरा रोष है। उन्होंने कहा कि हर साल 2 करोड़ रोजगार देने के वायदे में विफल हो गयी सरकार तो अपने वायदे से ध्यान भटकाने के लिये ही वो अग्निपथ योजना लेकर आई और 10 लाख रोजगार देने का शिगूफा छोड़ दिया। इस योजना के आधार पर हमारे देश की फौज की संख्याबल आधी हो जायेगी। अभी तक हर साल फौज में 60 से 80 हजार भर्तियाँ होती थीं, अब अग्निपथ योजना में हर साल 40-50 हजार भर्ती होगी, जिसमें से 75 प्रतिशत अग्निवीरों को 4 साल बाद निकाल दिया जायेगा इस हिसाब से अगले 15 साल में हिन्दुस्तान की करीब 14 लाख की फौज का संख्याबल घटकर आधा से भी कम रह जायेगा। फौज का संख्याबल घटेगा, तो बेरोजगारी भी बढ़ेगी। ऐसे में यह योजना लाकर सरकार ने रिकार्ड बेरोजगारी का सामना कर रहे नौजवानों के भविष्य के साथ भद्दा मजाक किया है। ये युवाओं के साथ बहुत बड़ा धोखा है। उन्होनंे कहा कि सरकार युवाओं को झूठे सब्जबाग न दिखाए। खाली पड़े पदों पर असली भर्ती शुरू करे। उन्होंने सरकार को चेताया कि वो किसी मुगालते में न रहे देश के किसान ने तो दिखा ही दिया और अब देश के जवान भी दिखा देंगे कि वो पीछे हटने वाले नहीं है। सरकार को हर हाल में अग्निपथ योजना वापस लेनी पड़ेगी। इस मौके पर उनके साथ उकलाना से पूर्व प्रत्याशी बाला देवी खेदड़, विनोद मित्तल, कर्ण सिंह नैन, सुरेश गर्ग पूर्व वाइस चेयरमैन, हरिकिशन प्रभुवाला, डॉ. जय भगवान राजलीवाल, शैलेश वर्मा पूर्व जेडएमईओ, बलजीत पूर्व जिला पार्षद, गीता सिहाग ब्लॉक अध्यक्ष, सन्तोष चमारखेड़ा, सतीश दनोदा, राजेश बंसल, सुनील एमसी, सुरेश सरपंच मात्रश्याम, डॉ. सतबीर वर्मा, सज्जन नरवाना, सज्जन गैबीपुर पूर्व जिला पार्षद,वेद प्रकाश पूर्व इंस्पैक्टर, ओमप्रकाश उपप्रधान कुम्हार सभा प्रभुवाला, दरबारा खोवाल नंबरदार, भगत सिंह खोवाल, अंकित भूना, रघुबीर लितानी, संजय गोयल, राजेश भूटानी पूर्व सरपंच, ईश्वर सरपंच बिठमड़ा, प्रदीप लाग्यान, दिलबाग किनाला, विनोद बुड्ढाखेड़ा, ईश्वर पूर्व सरपंच मदनपूरा, संदीप मुगलपुरा, विनोद बंसल, दिलबाग लांबा, अभिषेक शीला, भूपसिंह पुनिया, दिलबाग शिवाच, सूरजभान खेदड़, शक्ति शर्मा, मास्टर ईश्वर सिंह, सत्यवान, अमीर कुंडू, जिले सिंह वर्मा, अनूप, जितेंद्र पूनिया, तरुण जुलाहा, दलबीर लितानी, सांगवान बाल्मीकि, बंसीलाल धारणिया आदि मौजूद थे।
Posted On : 27 June, 2022