विन मन्नी ऐप मामले में आकाश शर्मा निर्दोष, निष्पक्ष जांच करे पुलिस : एडवोकेट सन्नी ढींगड़ा

हिसार, राजेंद्र अग्रवाल  :  एडवोकेट ने पुलिस अधीक्षक को दिया जांच में पूर्ण सहयोग का आश्वासन
     हिसार पुलिस द्वारा विन मनी ऐप मामले में जयपुर से गिरफ्तार किए गए आकाश शर्मा के वकील सन्नी ढींगड़ा ने जिला पुलिस प्रशासन से मांग की है कि इस मामले की निष्पक्ष जांच की जाए। उन्होंने कहा कि आकाश शर्मा को बेवजह फंसाया जा रहा है जबकि वह ब्रोकर है और ब्रोकर कार्य की सभी औपचारिकताएं पूरी करके यह कार्य कर रहा है।
एडवोकेट सन्नी ढींगड़ा ने पुलिस अधीक्षक से निष्पक्ष जांच की मांग करते हुए कहा कि आकाश शर्मा बिनांस ऐप पर वेरीफाइड यूजर/ट्रेडर है जिसका काम ट्रेडिंग करना है। इस कार्य के लिए आकाश ने फर्म रजिस्टर्ड भी करवा रखी है और उसका जीएसटी नंबर भी है। नियमानुसार आकाश अपने लेन—देन का पूरा ब्यौरा रखकर सरकार को समय पर टैक्स भी अदा करता है। उन्होंने बताया आकाश शर्मा को विन मनी ऐप व उसके द्वारा किए जा रहे फ्रॉड की कोई जानकारी नहीं थी बल्कि उसने किसी अन्य व्यक्ति को यूएसडीटी/क्रिप्टो विक्रय किए थे। आकाश शर्मा को यह जानकारी नहीं थी कि जिस पैसे के बदले वह यूएसडीटी बेच रहा है, वह फ्रॉड का है या खरीदने वाला व्यक्ति किसी फ्रॉड़ कार्य में लिप्त है। उन्होंने कहा कि आकाश शर्मा इस जांच में पूरी तरह से पुलिस का सहयोग करेगा, ऐसे में जरूरी है कि पुलिस इस मामले की निष्पक्ष जांच करे ताकि किसी के साथ अन्याय न हो।
एडवोकेट सन्नी ढींगड़ा ने कहा कि आकाश शर्मा केवल ट्रेडिंग का कार्य करता है। ऐसे में कौन यूएसडीटी या क्रिप्टो खरीदता या बेचता है, यह जांच करना केवल बिनांस कंपनी का काम है। कंपनी में ही किसी का आधार कार्ड, पैन कार्ड या अन्य कागजात लेकर केवाईसी पूरी की जाती है। उन्होंने कहा कि यूजर या ट्रेडर के इस ऐप पर रजिस्टर्ड होने के बाद ही क्रिप्टो आदि खरीदा या बेचा जा सकता है। उन्होंने बताया कि 06 अप्रैल 2018 को आरबीआई ने एक नोटिफिकेशन जारी करके वर्चुअल करंसी पर प्रतिबंध लगाया था जिसको माननीय सुप्रीम कोर्ट द्वारा सिविल रिट पेटीशन 373/2018 की सुनवाई करते हुए 04 मार्च 2020 को आरबीआई के सर्कुलर को निरस्त कर दिया था। इसके बाद आरबीआई ने 31 मई 2021 को अपना यह सर्कुलर वापिस ले लिया था। इसके बाद भारत सरकार द्वारा वर्ष 2022—23 के बजट में वर्चुअल करंसी जैसे यूएसडीटी, क्रिप्टो, बिटक्वाइन आदि को डिजीटल एसेट्स घोषित किया था और इस पर नई टैक्स प्रणाली लागू की थी। उन्होंने कहा कि सरकार की नई प्रणाली के तहत सभी सरकारी नियमों को मानते हुए आकाश शर्मा ट्रेडिंग का कार्य कर रहा था।



Posted On : 25 June, 2022