हिसार, राजेंद्र अग्रवाल : कश्मीरी पंडितों के लिए जंतर-मंतर पर होने वाला प्रदर्शन अब 26 जून की बजाय 10 जुलाई रविवार को होगा। पुलिस प्रशासन को सूत्रों के हवाले से मिली जानकारी के अनुसार 26 तारीख को जंतर-मंतर पर ज्यादा भीड़ इकठ्ठा होनी थी। तो पुलिस प्रशासन द्वारा अग्निपथ योजना को ध्यान में रहते हुए धारा 144 का हवाला देते हुए प्रदर्शन की अनुमति देने से मना कर दिया। यह ऐलान आप पार्टी के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष नवीन जयहिन्द ने प्रेस वार्ता के दौरान किया। साथ ही उन्होंने वामन मेश्राम को खुली चेतावनी देते हुए कहा कि रोहतक में कार्यक्रम करने से पहले मेश्राम एक बार भगवान परशुराम का फरसा देख ले और अगर इस दौरान कोई घटना होती है, तो उसके लिए मुख्यमंत्री व गृहमंत्री जिम्मेदार होंगे।
नवीन जयहिंद ने 26 तारीख को कश्मीरी पंडितों के लिए जंतर-मंतर पर होने वाले प्रदर्शन के समय में बदलाव कर दिया है। अब यह प्रदर्शन 10 जुलाई को होगा। उनका कहना है कि जिस तरीके से अग्निवीर के मामले में युवा प्रदर्शन कर रहे हैं तो उसके चलते जंतर मंतर पर उन्हें प्रदर्शन करने की अनुमति नहीं मिली है। इसलिए इस कार्यक्रम में बदलाव किया गया है।
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साथ ही उन्होंने वामन मेश्राम को खुली चेतावनी दे दी है कि रोहतक में कार्यक्रम करने से पहले भगवान परशुराम के फरसे को देख ले। वह किसी भी कीमत पर इस कार्यक्रम को नहीं होने देंगे और अगर कोई भी घटनाक्रम होता है तो उसके जिम्मेदार मुख्यमंत्री व गृहमंत्री होंगे। उन्होंने कहा कि किसी भी जाति के खिलाफ बोलना सामाजिक दंगे भड़काना होता है और शायद यह कार्यक्रम भी सरकार के इशारे पर हो रहा है। ताकि कोई दंगा भड़के, लेकिन उनकी इस मंशा को भी पूरा नहीं होने देंगे।
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गोड ब्राह्मण शिक्षण संस्थान को दी जाने वाली पहरावर की जमीन को लेकर एक बार फिर से उन्होंने सरकार को चेतावनी दी है कि हमने उस जमीन पर कब्जा कर लिया है और अगर सरकार ने उसकी तरफ आंख उठाकर भी देखा तो उसी जमीन में सरकार को गाड़ दिया जाएगा। इस जमीन को लेकर बनाई गई कमेटी का कोई औचित्य नहीं है। सरकार को तुरंत इस मामले में नोटिफिकेशन जारी कर गॉड ब्राह्मण शिक्षण संस्था को जल्द जमीन पर देनी चाहिए और यही नहीं संस्था को बनाने के लिए 100 करोड रुपए का बजट भी सरकार दे।
Posted On : 25 June, 2022