हिसार, राजेंद्र अग्रवाल : राज्य सरकार द्वारा फसल विविधीकरण के अंतर्गत दलहन व तिलहन की फसलों को बढ़ावा देने के लिए एक नई योजना की शुरुआत की गई है।
यह जानकारी देते हुए कृषि तथा किसान कल्याण विभाग की अतिरिक्त मुख्य सचिव डॉ सुमिता मिश्रा ने बताया कि खरीफ 2022 के दौरान एक लाख एकड़ में दलहनी व तिलहनी फसलों को बढ़ावा दिया जायेगा। इस योजना के अन्तर्गत दलहनी फसलें (मूँग व अरहर) को 70 हजार एकड़ क्षेत्र में तथा तिलहनी फसल (अरण्ड व मूगँफली) को 30 हजार एकड़ में बढ़ावा देने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। दलहन व तिलहन की फसल लगाने वाले किसान को 4 हजार रुपये प्रति एकड़ वित्तीय सहायता प्रदान की जायेगी। इस सम्बंध में अधिक जनकारी देते उपायुक्त डॉ प्रियंका सोनी ने बताया कि योजना का लाभ लेने के लिए पहले किसान को मेरी फसल मेरा ब्यौरा पोर्टल पर पंजीकरण करना होगा। उन्होंने बताया कि सत्यापन उपरान्त सहायता राशि उनके खातों में स्थानान्तरण कर दी जाएगी। उन्होंने बताया कि दलहन फसल से मृदा की उर्वरा शक्ति बढ़ती है। इससे किसानों के खेत में नाइट्रोजन फर्टिलाइजर की कम मात्रा की जरूरत पड़ेगी। तिलहन वाली फसलों को बढ़ावा देने से देश मे खाद्य तेल की कमी को भी पूरा किया जा सकेगा।
उपायुक्त ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि दलहनी व तिलहनी फसल की बीजाई के लक्ष्य पूरे किए जाएँ तथा किसानों को फसलों की अधिक पैदावार तथा अच्छी गुणवता वाले बीजों के बारे में बारे जानकारी दी जाए।
Posted On : 20 June, 2022