हिसार, राजेंद्र अग्रवाल : कांग्रेस नेताओं ने उपायुक्त के माध्यम से मुख्यमंत्री व राज्यपाल के नाम भेजा ज्ञापन
कांग्रेस ने बीजेपी सरकार में पिछड़ा वर्ग के साथ निरंतर हो रहे भेदभाव पर कड़ा रोष जताया है। इस मुद्दे को लेकर कांग्रेस पदाधिकारियों ने सोमवार को उपायुक्त के माध्यम से मुख्यमंत्री व राज्यपाल के नाम ज्ञापन सौंपा और पिछड़ा वर्ग से संबंधित विभिन्न मुद्दों व समस्याओं को प्राथमिकता के साथ उठाते हुए उनका तुरंत समाधान करने की मांग की। प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व पूर्व मंत्री अतर सिंह सैनी, हरियाणा कांग्रेस लीगल डिपार्टमेंट के प्रदेश चेयरमैन एडवोकेट लाल बहादुर खोवाल व ओबीसी जिलाध्यक्ष अजय जांगड़ा ने किया।
उपायुक्त को सौंपे ज्ञापन में प्रतिनिधिमंडल ने सबसे पहले जातीगत जनगणना का मुद्दा उठाया। उन्होंने कहा कि जातिगत आधार पर जनगणना होने से हर जाति की आर्थिक, समाजिक व शैक्षिक की सही पहचान हो सकेगी। इससे यह होगा कि आरक्षण जिसको मिलना चाहिए उसी को मिलेगा उसके हिस्से का आरक्षण कोई और जाति का नहीं ले सकेगा और सरकार के पास पूरा ब्योरा होगा और उसी के आधार पर आरक्षण दिया जा सकेगा। महाराष्ट्र और हरियाणा में जातीगत जनगणना न होने की वजह से पंचायत व निकाय चुनाव में ओबीसी को आरक्षण नही दिया गया है। इसके अलावा आधी आबादी होने के बावजूद भी ओबीसी को मात्र 27 प्रतिशत आरक्षण दिया जा रहा है और कई प्रदेशों में तो 27 प्रतिशत से भी कम आरक्षण दिया जा रहा है।
बाक्स-क्रीमिलेयर का भी उठाया मुद्दा
ज्ञापन के माध्यम से क्रीमिलेयर का मुद्दा भी उठाया गया। प्रतिनिधिमंडल ने कहा कि ओबीसी वर्ग की नौकरी व शिक्षा के आरक्षण में सरकार द्वारा क्रीमीलेयर लगाई हुई है। जिसके अंर्तगत केंद्र सरकार ने 8 लाख रूपये जबकि कई प्रदेश सरकारों ने मात्र 6 लाख रूपये सालाना आय पर क्रीमीलेयर लगा दिया है। इतना ही नहीं क्रीमीलेयर में कृषि और वेतन को भी जोड़ दिया गया है। सरकार द्वारा क्रीमीलेयर को हटाया जाए क्योंकि क्रीमी लेयर लगने से नौकरियों और शिक्षा में ओबीसी वर्ग की सीटें खाली रह जाती हैं।
बॉक्स- अन्य जातियों की भी बननी चाहिए रजिमेंट
ज्ञापन में प्रतिनिधिमंडल ने अहीर और गुर्जर रेजिमेंट के अलावा पिछडा वर्ग की अन्य जातियों की रेजिमेंट बनाने की मांग भी उठाई। उन्होंने कह कि अन्य रेजीमेंटों की तरह अहीर, गुर्जर और अन्य पिछडा वर्ग की अन्य जातियों की भी रेजिमेंट बननी चाहिए क्योंकि देश की आजादी से लेकर सभी युद्धों में जैसे 1962, 1965, 1971, रेजांगला, कारगिल, संसद हम्ला इत्यादि सभी युद्धों में ओबीसी वर्ग के बहूत से जवानों ने भागीदारी ली और देश की रक्षा करते हुए शहीद भी हुए हैं।
बॉक्स- इन मांगों पर भी किया ध्यान आकर्षित
ज्ञापन के माध्यम से प्रतिनिधमंडल ने ओबीसी वर्ग के उत्थान के लिए एक अलग से मंत्रालय बनाने, उच्च न्याय पालिका व न्याय पालिकाओं में ओबीसी वर्ग को उचित प्रतिनिधित्व देने, ओबीसी वर्ग की महिलाओं को अलग से आरक्षण देने, निजी क्षेत्र में ओबीसी वर्ग को 50 प्रतिशत आरक्षण देने, ओबीसी वर्ग के लोगों को ठेके की नौकरी की बजाय पक्की नौकरी देने, अनुसचित जाति-जन जाति की तर्ज पर अन्य पिछडा वर्ग के विद्यार्थियों को भी छात्रवृति देने, निजीकरण को बंद करने जैसी मांगों को भी प्रमुखता के साथ उठाया।
बॉक्स- ये रहे उपस्थिति
इस मौके पर पूर्व मंत्री अतर सिंह सैनी, हरियाणा कांग्रेस लीगल डिपार्टमेंट के प्रदेश चेयरमैन एडवोकेट लाल बहादुर खोवाल व ओबीसी जिलाध्यक्ष अजय जांगड़ा के अलावा भूपेंद्र गंगवा, योगेंद्र योगी, सुदेश यादव जमावड़ी, कुलवंत सैनी एडवोकेट,सन्नी सिंह, बंटी यादव जमावड़ी, शमशेर, विक्टर डेविड, रामप्रसाद, कैप्टन रमेश जांगड़ा, वेदप्रकाश जांगड़ा, देवेंद्र सैनी, शैलेश वर्मा, ओमप्रकाश धत्तरवाल, महेशपाल सैन हांसी, डॉ सतबीर वर्मा, वेदप्रकाश, पटेल सिंह स्वामी, तेलुराम जांगड़ा, देवेंद्र जांगड़ा, एडवोकेट श्वेता व विपिन सलेमगढ़ एडवोकेट, देवेंद्र सैनी रायपुर, रोहित राड़ा, दीपक सैनी, सुरेश पूर्व सरपंच, सत्यवान जांगड़ा एडवोकेट, पवन कुमार एडवोकेट, राधे श्याम सैनी हांसी, प्रेम जांगड़ा सहित ओबीसी समाज के अन्य गणमान्य मौजूद थे।
Posted On : 06 June, 2022