कोलकाता, संजय साहा : गंगा किनारे से सन्तान सहित एक गृहवधू को उद्धार करके, पुलिस के हाथ सौंप दिया स्थानीय लोगों ने। बाद में थाने से ही अपनी पति और सन्तान को लेकर घर लौट गई वह वधु। सोमवार सुबह उत्तर कोलकाता के आहिरीटोला घाट में दस साल की बेटे को गोद में लेकर गंगा की तरफ मुंह करके ईधर उधर भटक रही थी, मानिकतला मैन रोड के निवासी वह महिला। उन्हें बहुत देर से ऐसी हालत में देखकर, कुछ लोगों ने उनसे पूछा कि, वह क्यूं ऐसी कर रही है ? प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि, पहले वह वधु कुछ नहीं बताई। लेकिन बाद में रोती हुई टूट पड़ी और अपनी मानसिक अवसाद के बारे में बताई। तभी कुछ लोग मिलकर तुरन्त ही उन्हें घाट से ऊपर उठाकर लाए और नॉर्थ पोर्ट थाना में खबर दिया। वे लोग बताया कि, वह महिला मानसिक अवसाद में इतनी बेहाल थी कि, वह घर नहीं लौटना चा रही थी, और रोड पर ही बैठ गई। पुलिस आकर वह वधु और उनके बेटे को थाने में ले गए और खबर दिया गया उनकी पति को। पुलिस ने बताया कि, वह वधु की बेटा क्लास 3 में पड़ता है। उसे अच्छी तरह से बड़ा करना चाहती है वह वधु। लेकिन उस परिवार की आर्थिक हालत एकदम खराब है। इसलिए घर में भी झमेला हुआ करता है। एक बाजार में उस महिला की पति का एक छोटी सी दुकान है। दुकान का ठीक से नहीं चलना, परिवार की आर्थिक स्थिति बेहाल, अनिश्चित भविष्य का डर, आदि यह सब विषय को लेकर मानसिक अवसाद से बिद्धस्त वह वधु खुदकुशी करने कि इरादे से ही वहां आई थी। महिला को उद्धार करके थाने में ले आने के बाद पुलिस ने उनकी काउंसेलिंग करवाने की व्यवस्था किया। पुलिस की दवा है,काउंसेलिंग के समय वह वधु रोती हुई टूट पड़ी, बाद में अपने आप को संभाल ली। पुलिस को पता चला कि, इस दिन सुबह किसीको कुछ नहीं बताके, बेटे को लेकर घर से निकल गई वह वधु। उनकी पति थाने में आने के बाद, उनको उस महिला के सामने बैठाकर बातचीत किए पुलिस अधिकारियों ने। बाद में नॉर्थ पोर्ट थाना से हस्ते हुए अपने बच्चे को लेकर जाते हुए देखा गया उस जोड़े को।
Posted On : 01 June, 2022