समुदायिक स्वास्थ्य केंद्र गैंडास बुजुर्ग के अधीक्षक द्वारा झोला छाप डॉक्टरो से चला रहे है अपना निजी हॉस्पिटल

बलरामपुर, उत्तर प्रदेश, तहसील संवाददाता,  असलम अली : उतरौला - जिला मे ज्यादातर निजी हॉस्पिटल सरकारी डॉक्टर के भरोसे संचालित हो रहे हैं नर्सिंगहोम व प्राइवेट हॉस्पिटल मे सरकारी डॉक्टर ऑपरेशन से लेकर ओपीडी तक का संचालन सब अपने नाम पर खुलवा कर झोलाछाप डॉक्टर द्वारा इलाज करवाया जा रहा है जैसे सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र गैंडास बुजुर्ग के एम वाई सी डॉक्टर सोयब  द्वारा महुआ बाजार में स्थित पब्लिक हेल्थ केयर हॉस्पिटल निजी चलाया जा रहा है लेकिन सरकारी सेवा में होने के कारण उन्होंने किसी और के नाम पर रजिस्ट्रेशन करा रखा है जहां भले ही प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सरकारी डॉक्टरों पर प्राइवेट प्रेस्टिक पर रोक लगाने को लेकर सख्त हैं लेकिन यहां सब कुछ स्वास्थ्य विभाग की रजामंदी से चल रहा है
समुदाय स्वास्थ्य केंद्र गैंडास बुजुर्ग के अधीक्षक डॉक्टर सोयब के जो भी मरीज सरकारी हॉस्पिटल मे आते हैं उन्हें यहां पर कोई ठीक सुविधा नहीं है
बोल कर अपने निजी पब्लिक हेल्थ केयर हॉस्पिटल महुआ बजार मे भेज दिया जाता है यहां के सीएमओ सब कुछ जानते हुए आंखें बंद कर रखे है तथा स्वास्थ्य विभाग की मिलीभगत से मरीजों को इलाज के नाम पर लूटा जा रहा है जिले में ऐसे सैकड़ों हॉस्पिटल का संचालन हो रहा है इनमें से कई ऐसे भी हॉस्पिटल हैं जिनमें ना तो सर्जन ना बाल रोग विशेषज्ञ ना ही फिजीशियन समेत अन्य चिकित्सक भी नहीं है l  उत्तर प्रदेश सरकार सन 2017 में ऐसे डॉक्टर लोगों के खिलाफ निर्देश पारित किया था की सरकारी डॉक्टरों के प्राइवेट प्रैक्टिस करते पकड़े जाने पर डॉक्टरों की डिग्री निरस्त करने के साथ ही हॉस्पिटल का लाइसेंस भी निरस्त किया जाएगा तथा उनसे नान प्रेस्टिक अलाउंस भी वसूला जाएगा इसके बावजूद भी प्राइवेट प्रैक्टिस करने वालों पर रोक नहीं लगा सके जिला बलरामपुर स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी
                              
                   

Posted On : 31 May, 2022