हिसार, राजेंद्र अग्रवाल : चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय के तत्वाधान में कृषि विज्ञान केंद्र सदलपुर द्वारा गांव भोडिय़ा बिशनोईयान में मिट्टी व पानी जांच के लिए किसान प्रशिक्षण शिविर आयोजित किया गया।
चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय केंद्र के को-ऑर्डिनेटर डॉ नरेंद्र कुमार ने मिट्टी व पानी की जांच के महत्व के साथ गुलाबी सुंडी के खतरे के नियंत्रण के लिए मच्छरदानी के उपयोग, फिरोमोन व लाइट ट्रैप के वैज्ञानिक तरीकों बारे विस्तार से जानकारी दी। केंद्र के इंजीनियर अजीत सांगवान ने किसानों को मिट्टी व पानी के सैंपल की विधि के बारे में समझााया। प्राकृतिक खेती में गुलाबी सुंडी के बचाव के लिए कपास की डंडियों को बारीक काटकर मिट्टी में मिलाने के लिए उपयोग में होने वाले कृषि यंत्रों के बारे में भी किसानों को जानकारी दी गई। कृषि वैज्ञानिकों ने किसानों को कपास के साथ-साथ पानी की बचत हेतू सूक्ष्म सिंचाई प्रणाली के उपयोग के बारे में जानकारी दी गई।
डॉ. कुलदीप सिंह ने किसानों को कपास में खरपतवार नियंत्रण व जल संरक्षण के बारे में बताया। शिविर में मिट्टी व पानी की जांच के लिए लगभग 300 सैंपल गांव भोडिया, सदलपुर, भोडिया बिशनोईयान आदमपुर, खरमपुर, भाना, कोहली व किशनगढ़ के किसानों ने जमा करवाए।
Posted On : 24 May, 2022