हिसार, राजेंद्र अग्रवाल : चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय के म्यूजिक एवं ड्रामेटिक क्लब द्वारा भारत का अमृत महोत्सव कार्यक्रम की श्रृंखला में ‘कला एवं ध्यान’ विषय पर एक व्याख्यान आयोजित किया गया।
इस अवसर पर कृषि महाविद्यालय के अधिष्ठाता डॉ. एस.के. पाहुजा ने कहा ध्यान एक क्रिया है जिसमें व्यक्ति अपने मन को चेतना की एक विशेष अवस्था में लाने का प्रयास करता है। उन्होंने कहा ध्यान क्रिया का मुख्य उद्देश्य मन को साध लेना होता है। उन्होंने रचनात्मक एवं क्रियात्मक दोनों प्रारूपों पर विस्तारपूर्वक चर्चा की और योगी परमहंस योगानंद जी के जीवन में घटित अनेकों संस्मरणों के विषय पर भी प्रकाश डाला। कार्यक्रम की अध्यक्षता छात्र कल्याण निदेशक डॉ. देवेन्द्र सिंह दहिया ने की।
कार्यक्रम में सहायक प्रोफैसर डॉ. सीमा परमार ने अपना वक्तव्य रखते हुए योग की विविध क्रियाएं एवं जीवन चक्रों को विस्तार पूर्वक बताया। उन्होंने कहा कि वर्तमान समय में मन की एकाग्रता का बहुत अधिक महत्व हैं। आज की भागदौड़ भरी जिंदगी में हमें ठहराव की आवश्यकता है जिसे ध्यान क्रिया द्वारा सहज रूप से प्राप्त किया जा सकता है। इस अवसर पर डॉ. संजय, डॉ. संध्या शर्मा एवं विद्यार्थी उपस्थित थे।
Posted On : 24 May, 2022