लुधियाना, रिपोर्टर दीपक राज : अगर आप भी चाय की चुस्की से करते हैं दिन की शुरुआत, तो आज का दिन आपके लिए है बेहद खास... जानिए इससे जुड़ा इतिहास भारत में चाय का शुरुआत 18 वीं सदी से मानी जाती है। सबसे पहले बर्मा, म्यांमार और असम की सीमांत पहाड़ियों पर चाय के पौधे लगाने की शुरुआत हुई। पहली बार 21 दिसंबर, 2019 को संयुक्त राष्ट्र संघ ने 21 मई को अंतरराष्ट्रीय चाय दिवस मनाने की घोषणा की। International Tea Day 2022: चाय के लिए लोगों की दीवानगी किसी से छुपी नहीं है। सुबह की नींद से जगाने से लेकर मेहमान नवाजी करने तक सारा भार चाय के कंधे पर है। चाय को अगर हम मेडिसिन का दर्जा दे, तो शायद गलत नहीं होगा क्योंकि हमारे घरों में सर्दी-जुकाम जैसी कई बीमारियों की पहली दवा चाय ही है। अगर आप भी चाय के कुछ ऐसे ही दिवानें हैं तो यह खबर आपके काम की है. आज अंतरराष्ट्रीय चाय दिवस है। एक ऐसा दिन जब चाय के महत्व को सारी दुनिया के सामने रखा जाता है।
Posted On : 21 May, 2022