हिसार, राजेंद्र अग्रवाल : जिला मत्स्य अधिकारी भीम सिंह ने बताया कि विभाग द्वारा समय-समय पर मछली पालन प्रशिक्षण शिविर आयोजित किए जाते है। मछली पालन विभाग की ओर से अनुसूचित जाति के लोगों लिए विशेष योजना चलाई जा रही है जिसके तहत प्रशिक्षुओं को वित्तीय सहायता दी जाती है।
विभाग द्वारा अनुसूचित जाति के प्रशिक्षु को 10 दिन का प्रशिक्षण दिया जाता है। पंचायती तालाब भी पट्टे पर दिलवाए जाते है। उन्होंने बताया मत्स्य विभाग द्वारा 10 दिन के प्रशिक्षण के लिए 100 रुपये एक बार आने के लिए और प्रतिदिन के हिसाब से 100 रुपये भी दिए जाते है। प्रशिक्षण उपरांत लाभार्थियों को पंचायती तालाब मछली पालन के लिए तालाब पट्टे पर लेना है, तो मत्स्य पालन विभाग द्वारा प्रथम वर्ष के पट्टे की धनराशि का 50 हजार या पट्टेनामें की राशि का 50 प्रतिशत जो भी कम हो प्रार्थी को अनुदान प्रदान किया जाता है तथा अनुदान के साथ 2 हेक्टेयर या एकड़ तक ही सीमित है। इसी प्रकार दूसरे और तीसरे वर्ष की पट्टी राशि का 25 हजार या पट्टानामा राशि का 25 प्रतिशत जो भी कम हो का अनुदान अनुसूचित जाति के प्रार्थी को दिया जाता है। यह अनुदान भी 2 हेक्टेयर की सीमा पर उपलब्ध है। उन्होंने बताया कि इस संबंध में अधिक जानकारी के लिए ब्लू बर्ड स्थित जिला मत्स्य अधिकारी के कार्यालय में संपर्क स्थापित किया जा सकता है।
Posted On : 17 May, 2022