फेक कॉलसेंटर की मिली खोज, जालसाजी के आरोप में गिरफ्तार 9

कोलकाता, संजय साहा: अभिजात और नामी इलाके में घर किराए पे लेकर कॉलसेंटर खोल कर चल रही थी जालसाजी। उस जालसाजों के टार्गेट थे विशेष रूप से उत्तर भारत के विभिन्न राज्य में बसे लोग। मोबाईल टॉवर बैठाने के नाम पर रुपया गायब करने का काम चल रहा था कई सालों से। गुप्त सूत्रों द्वारा यह खबर पाकर पीछले शनिवार शेक्सपियर सरणी में एक बहुतल आवासन में छापा मारा लालबाजार के अधिकारियों ने। रंगे हाथों गिरफ्तार किया गया इस गिरोह की 9 व्यक्ति को। जप्त किया गया 9 मोबाईल और 2 लैपटॉप। इतवार ध्रीतों को बैंकशाल कोर्ट में पेश करने पर जज ने 21 मई  तक पुलिस हिरासत की आदेश दिया है। प्राथमिक तहकीकात में पुलिस को पता चला कि, एक मोबाईल कम्पनी की कर्मचारी परिचय देकर, टॉवर बैठाने के नाम से, खास करके उत्तरप्रदेश, मध्यप्रदेश, बिहार और उत्तराखंड के निवासियों को फोन किया करते थे आरोपियों ने। पहले ही वे लोग पूछते थे कि 10 बाई 10 फूट की कोई जगह है या नहीं। जवाब अगर हां होता तो वे लोग मोबाईल टॉवर बैठाने का प्रस्ताव देता था और साथ में अस्वासन भी देता था कि, परिवार से एक को नौकरी और नगद 10 लाख रुपए नगद दिया जाएगा। एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि, इस प्रस्ताव में कोई राजी होने पर, धोखादारों की असली खेल शुरू होता था। प्रोसेसिंग फि के नाम पर कई बार रुपया लेता था वे लोग और सभी रुपया उन लोगों की बैंक एकाउंट भेजने के लिए बोला जाता। काम होने के बाद ही मोबाईल नम्बर बदल दिया करता था। इस जालसाजी ठीकठाक तरीके से करने के लिए कुछ लोगों को काम पर भी रखा गया था। उनका कहना है कि, पुलिस की तरफ से, सरकार की तरफ से, बार बार कई तरीकों से लोगों को सूचित किया जाता है, उन्हें सावधान किया जाता है, फिर भी लोग वहीं भूल करते है और धोखे से नुकसान भरते है।


Posted On : 17 May, 2022