आर्य समाज के आधार स्तम्भ थे अतर सिंह आर्य क्रांतिकारी - प्रद्युमन जोशीला

हिसार, राजेंद्र अग्रवाल : आर्य समाज के आधार स्तम्भ रहे देश-प्रदेश में हुए अनेक आन्दोलनों के प्रमुख चेहरा रहे कर्मठ योद्धा , प्रमुख समाज सुधारक व देश-प्रदेश में आर्य समाज की अलख जगाने वाले गाँव कंवारी व नलवा निवासी अतर सिंह आर्य क्रांतिकारी की पुण्यतिथि पर उन्हें याद करते हुए उनके भतीजे सामाजिक कार्यकर्ता प्रद्युमन जोशीला कंवारी नलवा ने अश्रुपूर्ण श्रद्धांजलि दी है!

श्री जोशीला ने बताया कि 14 मई 2018 को वे इस नश्वर संसार को छोड़कर चले गए! उनके चले जाने के बाद हमारे परिवार, पूरे क्षेत्र व समाज में एक खालीपन आ गया है, जिसकी भरपाई असंभव है! उनकी पुण्यतिथि पर हम उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित करते हैं!

प्रद्युमन जोशीला ने बताया कि गांव कंवारी (जिला हिसार) के प्रतिष्ठित परिवार चौधरी सुधन सिंह सुपुत्र चौधरी हेतराम दुहन  के घर जन्म लेने वाले अतर सिंह आर्य क्रांतिकारी पिछले कई दशकों से कंवारी गाँव के साथ ही  नलवा गांव में भी रहते थे! उनकी चिरस्मृति में उनके नाम पर गांव नलवा में हिसार - तोशाम रोड से और खेतों (ढाणियों) तक श्री अतर सिंह आर्य क्रांतिकारी मार्ग नाम से रास्ता बना हुआ है! जो भिवानी- महेन्द्रगढ़ लोकसभा से सांसद धर्मबीर सिंह द्वारा उनकी रस्म पगड़ी के दिन की घोषणा के तहत प्रदेश सरकार ने बनवाया है!

प्रद्युमन जोशीला ने बताया कि अतर सिंह आर्य क्रांतिकारी ने समाज सुधार के लिए अपना पूरा जीवन लगाया! उन्होंने शराब बंदी को लेकर कई बार महीनों तक भूख हड़ताल करके लम्बा संघर्ष किया! गाँव कंवारी में नहरी पानी को लेकर लम्बे समय तक चले प्रदेशव्यापी किसान आन्दोलन में उनकी महत्वपूर्ण भूमिका रही! श्री क्रांतिकारी ने हरियाणा ही नहीं देश के विभिन्न क्षेत्रों में आर्य समाज के प्रचार प्रसार के लिए व समाज में फैली बुराईयों के खात्मे के लिए कई दशकों तक कार्य किया! वे समाज हित में अनेक बार जेल भी गए! आज भी पूरा समाज उनके द्वारा किए गए समाज हित के कार्यों के लिए उन्हें याद करता है!


Posted On : 16 May, 2022