हिसार, राजेंद्र अग्रवाल : पुलिस महानिरीक्षक राकेश आर्य ने कहा कि शिक्षक वर्ग ड्रग्स फ्री समाज की स्थापना करने में अहम भूमिका निभा सकता हैं। बच्चे देश व समाज का भविष्य हैं इसलिए बच्चों को नशे की लत से बचाने के लिए उन्हें जागरूक करना होगा।
वे शुक्रवार को लघु सचिवालय स्थित जिला सभागार में नशा मुक्त भारत अभियान के तहत आयोजित कार्यशाला को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि दिन-प्रतिदिन युवा नशे की ओर अग्रसर हो रहे हैं। युवाओं के नशे में अग्रसर होने से परिवार एवं समाज पर भी इसका दुष्प्रभाव पड़ता है। विभिन्न प्रकार के नशों से युवाओं को बचाने के लिए शिक्षा एवं पुलिस विभाग द्वारा एक संयुक्त अभियान चलाया जाएगा, जिसके तहत पुलिस अधिकारी शिक्षण संस्थाओं में विद्यार्थियों को नशे के दुष्प्रभाव से बचने के लिए प्रशिक्षण देंगे। उन्होंने कहा कि विद्यार्थी अपने अभिभावकों से अधिक समय स्कूल में शिक्षकों के पास रहते हैं इसलिए शिक्षक इस मुहिम में अपना अहम योगदान दे सकते हैं। पुलिस महानिरीक्षक ने कहा कि शिक्षक वर्ग का समाज में उच्च स्थान है तथा शिक्षक को गुरू का दर्जा दिया गया है। इस संबंध में पुलिस विभाग द्वारा 8814011591 टोल फ्री नंबर जारी किया गया है। इस नंबर पर नशे से संबंधित सूचना देने वाले व्यक्ति का नाम व जानकारी गुप्त रखी जाएगी।
उपायुक्त डॉ प्रियंका सोनी ने अभिभावकों एवं शिक्षकों का आह्वान करते हुए कहा कि वे जिला प्रशासन द्वारा नशा मुक्त हिसार बनाने के लिए चलाए जा रहे अभियान में अपना योगदान देने के लिए आगे आएं। नशे की लत से युवाओं को बचाने के लिए अभिभावकों को अपना समय बच्चों के साथ व्यतीत करना होगा। जिला शिक्षा अधिकारी कुलदीप सिहाग ने पुलिस महानिरीक्षक, उपायुक्त एवं शिक्षकों का स्वागत करते हुए विभाग द्वारा नशा मुक्त भारत अभियान के तहत किए जा रहे कार्यों के बारे में विस्तार से जानकारी दी। कार्यशाला में उपस्थित शिक्षकों द्वारा नशे से संबंधित सवाल पूछे गए, जिनका चिकित्सों द्वारा जवाब दिया गया। कार्यशाला में डॉ नरेंद्र गुप्ता, डॉ पवन कचोरिया, डॉ अमन मेहता, डॉ सज्जन कुमार सहित अनेक वक्ताओं ने अपने विचार व्यक्त किए। इस अवसर पर पुलिस अधीक्षक लोकेंद्र सिंह, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक पूजा वशिष्ठ, सीएमजीजीए अनुष्का मिश्रा सहित स्कूलों के प्राचार्य, मुख्याध्यापक, नोडल अधिकारी एवं अध्यापक भी उपस्थित रहे।