ऑक्सफोर्ड के बच्चों ने सीखा कैसे करें पाठ को जल्दी याद

 हिसार, राजेंद्र अग्रवाल : ऑक्सफोर्ड विद्यालय उकलाना में स्मृति विज्ञानी सूरज मेहता जी ने विद्यार्थियों को बौद्धिक क्षमता की वृद्धि हेतु प्रेरित किया एवं अपने प्रयासों से अवगत करवाते हुए विद्यार्थियों को भी आह्वान किया कि वे उनकी शिक्षा पद्धति  को अपनाएँ और स्मृति को सक्षम करें ।
श्री सूरज मेहता स्मृति संरक्षक के रूप में,  स्मृति वृद्धि की अवधारणा पर काम कर रहे हैं ।  स्मृति के एक विशिष्ट भाग को अर्थपूर्ण स्मृति के रूप में जाना जाता है। यह स्मृति का एक रूप है जो विशुद्ध रूप से ज्ञान, तर्क, तथ्यों, घटनाओं और विचारों से संबंधित है।
मेहता जी की प्रारंभिक शिक्षा दक्षिण भारत (आंध्र प्रदेश) में हुई थी, और उन्होंने जयपुर में शिक्षाविदों, मनोवैज्ञानिकों, गणितज्ञों और दार्शनिकों की एक बहुत ही अनुभवी और विद्वान टीम के साथ मौसम सीखने पर अपना शोध कार्य पूरा किया।
पिछले 15 वर्षों में, वह इस अद्भुत अवधारणा को विकसित कर रहे हैं जो समय की आवश्यकता है। देश भर के 500 से अधिक संस्थानों में उनके द्वारा 20000 से अधिक छात्रों को प्रशिक्षित किया गया है।
इस क्षेत्र में उल्लेखनीय उपलब्धियाँ हासिल करने के बाद, वह अब MIMENM नाम के एक संगठन के प्रमुख हैं और 'मेमोरी' पर काम कर रहे हैं।
तारक मेहता का उल्टा चश्मा के श्री भिड़े सर और श्री मुकेश खन्ना (शक्तिमान और पितामह भीष्म) जैसे प्रचारक भागीदारों के साथ विज्ञापन सहयोगी है ।
आज की बातचीत का विषय था  'स्मृति विज्ञान' और"आज की पीढ़ी के लिए सीखने की वैज्ञानिक विधि",
शिक्षण प्रक्रम में हमारे मेहमान रहे
Mr. Yash Pal
(एमआईएमईएनएम के सी ई ओ)
Mr. Rohit Vig
(विपणन प्रमुख एमआईएमईएनएम)
श्री सुभाष बेनीवाल (भागमल कॉलेज ऑफ नर्सिंग के अध्यक्ष) श्री. राजेश संदलाना (भंती देवी नर्सिंग कॉलेज के अध्यक्ष)
और कक्षा नौवीं का पूरव और 12वीं कक्षा की पायल जिनको मेहता जी ने उदाहरण स्वरूप मंच पर प्रस्तुत करते हुए बौद्धिक क्षमता से बच्चों को परिचित
 करवाया ।
ऑक्सफोर्ड पब्लिक स्कूल उकलाना के प्रिंसिपल श्री जीवन कुमार रत्ता जी व वाइस प्रिंसिपल श्री सुनील कुमार शर्मा जी ने सभी मेहमानों का स्वागत किया एवं संपूर्ण व्यवस्था के कर्णाधार रहे ।
विद्यालय के चेयरमैन डॉक्टर सतीश भारती जी विद्यार्थियों  को प्रेरित करने के लिए विषय-विशेषज्ञों, और अपने क्षेत्र में उच्च उपलब्धियाँ प्राप्त महानुभावों  को बुलाते रहते हैं ताकि विद्यार्थियों का सर्वांगीण विकास हो सके ।


Posted On : 14 May, 2022