हिसार, राजेंद्र अग्रवाल : कृषि एवं किसान कल्याण विभाग द्वारा सिफारिश किए गए उन्नत किस्म के बीजों की बिजाई करके किसान अधिक पैदावार प्राप्त कर सकते हैं।
यह जानकारी देते हुए विभाग के उपनिदेशक डॉ विनोद कुमार फोगाट ने बताया कि कपास फसल की उन्नत किस्मों में-अमेरिकन किस्में एच. 1098 (संशोधित), 1117, 1226, 1236 तथा एच. 1300 शामिल है। अमेरिकन कपास की संकर किस्में एच.एच.एच. 223 व 287 देशी कपास की उन्नत किस्में एच.डी. 123, 324, 432 देशी कपास की संकर किस्में ए.ए.एच. 1 शामिल हैं। उन्होंने बताया कि बाजरा की उन्नत किस्मों में एच.एच.बी. 67 संशोधित, 94, 117, 146, 197, 216, 223, 226, 234 तथा 299 शामिल हैं। इसी प्रकार गवार एच.जी. 365, 563, 220, 870 मूंग की उन्नत किस्मों में एम.एच. 421, 318, बसंती, सत्या और मुस्कान शामिल हैं। उड़द की किस्मों में यु.एच. 1, टी-9 लोबिया की एफ.एस. 68, एच.सी 46, मोठ की किस्मों में एम.ओ. 40 आर.एम.ओ. 257, 225, 435 तथा काजरी मोठ शामिल हैं। उन्होंने बताया कि अरहर की उन्नत किस्मों में मानक, पारस तथा उपास-120 सोयाबीन की किस्मों पी.के. 416, 472 तथा 564 शामिल हैं। ज्वार की अधिक पैदावार लेने के लिए किसान एस.एस.जी. 59-3 एच.सी. 136, 171, 308, एच.जे. 513 व 541 की बिजाई कर सकते हैं। तिल की किस्मों में हरियाणा तिल नंबर 1 व 2 मुंगफली एम.एच. 4 तथा पजांब मुंगफली नबंर 1 अरंड की किस्मों अरंड हरियाणा नबंर 1 तथा डी.सी.एच. 177 शामिल हैं।
Posted On : 12 May, 2022