हिसार , राजेंद्र अग्रवाल : हरियाणा पावर कारपोरेशन अनुसूचित जाति एवं पिछड़ा वर्ग कर्मचारी यूनियन की जनरल और केंद्रीय कार्यकारिणी की आपातकालीन बैठक 5 मई, 2022 को संत शिरोमणि श्री गुरु रविदास छात्रावास सिरसा बाईपास रोड हिसार के प्रांगण में राज्य प्रधान श्री रमेश तंवर की अध्यक्षता में संपन्न हुई। जिसका मंच संचालन प्रांतीय अधिकृत महासचिव श्री राजेश चन्द सिरोही ने किया। बैठक का मुख्य उद्देश्य 14 मार्च, 2021 को हुए चुनाव से लेकर आज तक संगठन को कमजोर करने के लिए कुछ संगठन विरोधी पदाधिकारी लगातार संगठन विरोधी गतिविधियों में संलिप्त होकर और राजनीतिक पार्टी में शामिल होकर यूनियन को नुकसान पहुंचाने का काम करते आ रहे थे और इन्हीं संगठन विरोधियों ने श्री संत राम सिंधु प्रांतीय मुख्य संगठनकर्ता की अगुवाई में 30 अप्रैल, 2022 को रविदास धर्मशाला जींद में केंद्रीय कार्यकारिणी की असंवैधानिक बैठक बुलाकर संगठन में दरार पैदा करने के लिए असंवैधानिक गलत निर्णय लेकर राज्य प्रधान श्री रमेश तंवर को बदलने का तानाशाही पूर्ण गलत फरमान जारी किया। जबकि यूनियन के संविधान के मुताबिक केंद्रीय कार्यकारिणी की बैठक तो सिर्फ राज्य प्रधान ही बुला सकता है या राज्य प्रधान की अनुमति से ही राज्य महासचिव बुला सकता है। इस गलत बैठक में उपस्थित कुछ नाम मात्र के केंद्रीय कार्यकारिणी के सदस्यों ने 30 अप्रैल, 2022 को गुरु रविदास धर्मशाला जींद की असंवैधानिक बैठक में जो भी गलत निर्णय लिए गए थे उन सभी को असंवैधानिक मानते हुए 5 मई,2022 की संवैधानिक बैठक में सभी असंवैधानिक निर्णयों को निरस्त करके घोर संगठन विरोधी पदाधिकारियों की निंदा की गई और जींद की असंवैधानिक बैठक 30 अप्रैल, 2022 में शामिल हुए सभी पदाधिकारियों व सदस्यगणों के खिलाफ सर्वसम्मति से निंदा प्रस्ताव पास करके संगठन विरोधियों के खिलाफ संगठनात्मक व अनुशासनात्मक कार्यवाही अमल में लाने के आदेश इस बैठक में दिए गए। जिनमें मुख्य रूप से श्री राजकुमार माहला निलंबित महासचिव तथा श्री प्रदीप रंगा सर्कल सचिव भिवानी दोनों को इनके पदों से पदमुक्त करके और इनकी सदस्यता रद्द करके आगामी 6 सालों तक यूनियन से बाहर करने का निर्णय लिया गया और राज्य वरिष्ठ उप प्रधान(श्री पवन भालोठ) को उनके पद से निलंबित करके तथा अन्य संगठन विरोधी गतिविधियों में संलिप्त पदाधिकारियों के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्यवाही अमल में लाते हुए कारण बताओ नोटिस जारी करने का सर्वसम्मति से निर्णय लिया गया तथा बिजली निगमों में हमारे कर्मचारियों के साथ हर कदम पर हो रहे अन्याय,भेदभाव व अत्याचार के खिलाफ भी सख्त से सख्त कदम उठाने के लिए विचार विमर्श किया गया और अनुसूचित जाति के कर्मचारियों को प्रमोशन में आरक्षण में आ रही रुकावटों पर भी विस्तार से चर्चा करते हुए अनुसूचित जाति के कर्मचारियों के रोस्टर बिन्दुओं पर सामान्य श्रेणी के कर्मचारियों को गैरकानूनी प्रमोशन का लाभ गलत तरीके से देकर बिजली निगमों में हो रहे करोड़ों रुपए के घोटाले पर विस्तार से चर्चा की गई और इस बहुत बड़े घोटाले के खिलाफ सख्त से सख्त कदम उठाने का निर्णय लिया गया। बैठक में मुख्य वक्ता के तौर पर बोलते हुए श्री राजेंद्र न्योताना प्रांतीय वरिष्ठ उपप्रधान,श्री राममेहर सरोवा प्रांतीय उपप्रधान,श्री नरसी दास मुवाल प्रांतीय उपप्रधान, श्रीं प्रमाल सिंह प्रांतीय उप महासचिव, श्री एम एस नरवाल एडवोकेट कानूनी सलाहकार, श्री रोमी बागड़ी प्रांतीय अतिरिक्त महासचिव, श्री मुनिराम छाछिया प्रांतीय सह सचिव,श्री राजीव रोहिल्ला प्रांतीय उप प्रेस सचिव,श्री श्योनन्द ग्रेवाल सदस्य सलाहकार समिति,श्री धर्मवीर सेलवाल सदस्य सलाहकार समिति श्री दिनेश बुंगालिया प्रांतीय सह सचिव, श्री विनोद रोहिला प्रांतीय उप प्रेस सचिव, श्री पूर्ण सिंह प्रांतीय उप प्रेस सचिव, श्री सुरेश बटोही प्रांतीय उप मुख्य संगठनकर्ता, श्री बिजेंद्र सिंह प्रांतीय उप मुख्य संगठनकर्ता, श्री विनोद कुमार प्रांतीय सह सचिव आदि ने मंच पर बोलते हुए कहा कि संगठन के सभी पदाधिकारियों को संगठन के दायरे में रहकर ही अपना काम अनुशासन व ईमानदारी से करना चाहिए ताकि संगठन को मजबूती प्रदान की जा सके। और सभी वक्ताओं ने संगठन विरोधी गतिविधियों में शामिल पदाधिकारियों की कड़े शब्दों में आलोचना की और यूनियन हितैषी पदाधिकारियों से भविष्य में कर्मचारियों के ज्यादा से ज्यादा काम करवाकर संगठन का विस्तार करने की सलाह दी। इस बैठक में श्री बिजेंदर भाटिया रोहतक, सुनील किठाना कैथल,राजेंद्र कपूरी नारनौल, हेमराज रेवाड़ी, बबलू इटकाण हिसार,रघुवीर भान कैथल, संजय बांगड़ हिसार,सुकरम पाल पानीपत,सुरेश बटोही पानीपत, सुरेश सरोवा हिसार,पूर्ण सिंह पानीपत, शैलेंद्र कुमार यमुनानगर,सेवा सिंह मुवाल जींद, सुनील झज्जर, रामसिंह झज्जर सहित अनेकों केंद्रीय कार्यकारिणी के पदाधिकारीगण व समस्त हरियाणा के कोने-कोने से आए हुए सैकड़ों की संख्या में सदस्य गण साथियों ने बैठक में शिरकत की। और सरकार से भी विशेष तौर पर यह मांग की गई कि चारों बिजली निगमों में रोस्टर और वरिष्ठता के नाम पर हो रहे बहुत बड़े घोटाले की माननीय हाई कोर्ट के सेवानिवृत्त जज से उच्चस्तरीय जांच करवाकर इस घोटाले में शामिल सभी अधिकारियों और कर्मचारियों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्यवाही की जाए तथा करोड़ों रुपए के घोटाले की राशि इन सभी दोषियों से रिकवर की जाए और चारों बिजली निगमों के प्रशासन से भी यह निवेदन किया जाता है कि हमारी यूनियन के विरोधियों को किसी भी तरह का प्रोत्साहन ना दिया जाए। ये समाचार प्रांतीय उप प्रेस सचिव श्री विनोद रोहिला ने जारी किया।
Posted On : 07 May, 2022