हिसार, राजेंद्र अग्रवाल: महर्षि दयानंद एजुकेशन इंस्टीट्यूट एंड स्किल डेवलपमेंट मे लड़कियों के लिए निशुल्क आत्मरक्षा कैंप लगाया गया। Óसेल्फ डिफेंस सोसाइटी के अध्यक्ष रोहताश कुमार ने दी लड़कियों को सेल्फ डिफेंस ट्रेनिंग दी जिसमें 150 से अधिक विद्यार्थियों ने आत्मरक्षा समर कैंप में भाग लिया। अब शिक्षा के साथ.साथ विद्यार्थी सीखेंगे आत्मरक्षा का ज्ञान भी सीख रहे है। महर्षि दयानंद एजुकेशन इंस्टीट्यूट एंड स्किल डेवलपमेंट के चेयरमैन अमन सोनी ने बताया कि सेल्फ डिफेस के तहत 150 से अधिक विद्याथियों को ट्रेनिग की जानकारी दी।
Óमहर्षि दयानंद कम्प्यूटर साक्षरता मिशन मैन गली आजाद नगर हिसारÓ अब एक नई पहल शुरू करने जा रहा है। अब संस्था 10 वर्ष से अधिक उम्र की लड़कियों व महिलाओं के लिए आत्मरक्षा की कक्षाओं का आयोजन किया जाएगा। इस कोर्स की 120 दिन की रहेगी आत्मरक्षा की क्लास के बाद विद्यार्थियों को प्रमाण पत्र भी जारी किया जाएगा। यह प्रमाण पत्र उनके आगे के करियर के लिए भी लाभदायक सिद्ध होगा। करियर के साथ.साथ विद्यार्थी शारीरिक रूप से भी स्वस्थ होंगे। आज के हालातों को देखते हुए तो लड़कियों और महिलाओं के लिए आत्मरक्षा का ज्ञान अत्यंत आवश्यक हो जाता है। जब आए दिन उनके साथ शोषण की खबरें सुनने को मिलती हैं। अब बेटियां अपने अधिकारों को जानने के साथ.साथ उनके लिए लडऩा भी सीखेंगी और वक्त आने पर खुद की और परिवार की रक्षा के लिए हमेशा तैयार रहेंगी। इनके द्वारा शारीरिक स्वास्थ्य के साथ.साथ विद्यार्थियों का मानसिक स्वास्थ्य भी सही रहेगा। जब मानसिक रूप से बच्चे स्वस्थ होंगे तो उनका पढ़ाई में भी मन लगेगा।
शिक्षा के साथ.साथ बच्चों की खेलों में भी रुचि जागेगी और इस प्रकार सभी बच्चों का सर्वांगीण विकास होगा। अब बच्चे महर्षि दयानंद कम्प्यूटर साक्षरता मिशन से एक जिम्मेदार व्यक्तित्व के साथ निकलेंगे। यह बच्चों के भविष्य के लिए और देश के भविष्य के लिए एक अच्छा संकेत है। महर्षि दयानंद एजुकेशन इंस्टीट्यूट एंड स्किल डेवलपमेंट की डायरेक्टर पायल सोनीÓ ने बताया कि हमारे सेंटर महर्षि दयानंद कम्प्यूटर साक्षरता मिशन में इस सेल्फ डिफेंस कैंप का उद्देश्य लड़कियों को खतरनाक स्थितियों से निपटने के लिए तैयार करना है। स्कूल की छात्राओं को इसका लक्ष्य उन्हें सशक्त बनाना तथा उन्हें यौन उत्पीन अपहरण छेडछाड डराने आदि जैसी वास्तविक जीवन की स्थितियों से खुद को बचाने में सक्षम बनाना है। आत्मरक्षा कार्यक्रम में सहभागियों को विविध प्रकार के हमलों की स्थितियोंए विशेष रूप से लूटपाट आदि की स्थितियों से निपटने के लिए सिखाया जा रहा है। क्योंकि हम उन्हें अच्छी शिक्षाए अच्छा खानपानए अच्छा रहन सहन और अच्छा व्यवहार तो सिखा रहे हैंए लेकिन उनकी सुरक्षा के लिए क्या कर रहे हैं उल्लेखनीय है कि इसके लिए हम सभी को अपनी बहन बेटियों को सुरक्षा के लिए जागरूक करना पड़ेगा। इन सभी का प्रशिक्षण दिया जाएगा सेल्फ डिफेंस सोसाइटी हरियाणा और इसके अध्यक्ष व ताइक्वांडो साउथ कोरिया ब्लैक बेल्ट सेल्फ डिफेंस कोच व इंडियन बुक ऑफ रिकॉड्र्स में अपना नाम दर्ज करा चुके सेल्फ डिफेंस की अनेक टेकनिक सिखाई जिससे विकट परिस्थितियों में खुद की रक्षा कर सके।
इसी बीच न्यूट्रिशन श्री कोच सोनू विस्सरवाल ने लड़कियों को पोषण के बारे में अवगत कराया और उन्हें बैलेंस डाइट वह पोषक तत्व युक्त खाद्य पदार्थ खाने में के लिए प्रेरित किया क्योंकि गांव के लड़कियों में खून की कमी होने के कारण वह कमजोर रहती हैं इसलिए उन्हें हरे पत्तेदार सब्जियां वह गुड खाने के लिए सलाह दी। समाज सेवक Óश्री राजवीर धूवनÓ ने बताया कि Óआत्म रक्षाÓ एक तरह की कला है जो आज के समय में बेहद जरूरी है हर लड़की को ये कला तो आनी ही चाहिए ये हमारा एक ऐसा हथियार है जो हमें हर तरह की मुश्किल परिस्थितियों से मुकाबला करने का की वृद्धि होगी और आत्म रक्षा केवल खुद के लिए ही बल्कि समाज के लिए भी जरूरी है ताकि समय आने पर हम समाज के लिए भी खड़ा हो सके।
Posted On : 22 April, 2022