संजय साहा, कोलकाता : गंगा में नहाते समय डूब गए एक इंजीनियरिंग की छात्र। इस घटना कि 24 घंटे बाद भी उनकी खोंज नहीं मिला प्रशासन को। सोमवार दोपहर 12:00 बजे वह अपना दोस्त स्वर्णाभ दास के साथ भाटपाड़ा काली मंदिर घाट पर आए, यादवपुर विश्वविद्यालय कि मैकेनिकल इंजीनियरिंग के प्रथम वर्ष के छात्र, निर्माल्य मुखर्जी(23)। उस समय गंगा में भाटा चल रही थी। निर्मालय को तैरना आता था लेकिन स्वर्णाभ को नही। इस लिए वह घाट पर ही खड़े हुए थे। प्रत्यक्षदर्शियों ने पुलिस को बताया कि, पानी में उतरने के कुछी देर बाद, भाटा के टान से दूर जाने लगे निर्माल्य। स्वर्णाभ ने भी पुलिस को बताया कि, घाट की तरफ आने की पूरी कोशिश कर रहा था उसके दोस्त, पर पानी के करेंट की वजह से डूब रहे थे बार बार। यह देखकर दूसरे एक युवक ने निर्माल्य को बचाने के लिए पानी में छलान लगाई। तैर कर कुछ दूर जाने के बाद वह निर्माल्य को और देख नहीं पाए। भाटा के टान कम होने के बाद निर्माल्य की तलाश में नाओ लेकर उद्धार कार्य शुरू हुई। मंगलवार को डीएमएफ के 11जवान की एक ग्रुप डुबुरी से उस घाट के आसपास खोंझने पर भी निर्माल्य की खोंज नहीं मिली। निर्माल्य के पिता निर्मल बाबू इस दिन शाम को भाटपाड़ा थाना में एक मिसिंग कंप्लेन दर्ज कराई। उन्होंने कहा कि,"बेटे को कया हुआ कुछ समझ नहीं आ रहा है। सबकुछ खाली खाली सा लग रहा है"। निर्मल बाबू अपने परिवार के साथ घोषपाड़ा रोड कि एक आवासन में रहते है। वहां के लोगों ने बताया कि, निर्माल्य बहुत ही शान्त स्वभाव के और अच्छे ब्यवहार करनेवाले है। वे लोग भी बार बार पुलिस के पास खबर ले रहे है। पुलिस ने बताया कि, तलाशी अभियान जारी रहेगी।
Posted on : 07 April, 2022