हिसार, राजेंद्र अग्रवाल: कांग्रेस केन्द्रीय कार्यसमिति सदस्य एवं विधायक कुलदीप बिश्नोई ने पंजाब के मुख्यमंत्री श्री भगवत मान द्वारा चंडीगढ़ को पंजाब में ट्रांसफर करने के बयान पर कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए पलटवार किया है। यहां जारी एक विज्ञप्ति में उन्होंने कहा कि चंडीगढ़ पर हरियाणा का अधिकार है। पृथक हरियाणा राज्य के गठन के लिए कई लोगों ने अपनी कुर्बानियां दी है। इसलिए हरियाणा की ढाई करोड़ लोगों की भावनाएं राज्य की राजधानी चंडीगढ़ के साथ जुड़ी हैं। भगवत मान के बयान पर पलटवार करते हुए कुलदीप बिश्नोई ने कहा कि वे कॉमेडियन हैं और उन्हें पंजाब-हरियाणा के ऐसे संवेदनशील मुद्दों के बारे में ज्ञान नहीं है। चुटकुले सुनाकर ऐसे संवेदनशील मुद्दों पर चर्चा करने की बजाय भगवत मान को चुनावों में जनता से किए वादों को पूरा करने की दिशा में काम करना चाहिए तथा जो हक पंजाब हरियाणा के हिस्से का दबाए बैठा है, उसको दिलाए जाने की दिशा में गंभीरता से सोचना चाहिए। चंडीगढ़ हरियाणा का है और हमेशा हरियाणा का हिस्सा रहेगा। कुलदीप बिश्नोई ने कहा कि चाहे एसवाईएल के निर्माण का मामला हो या फिर प्रदेश की राजधानी चंडीगढ़ को पंजाब को सौंपने का फैसला प्रदेश के हितों से जुड़े अहम मसले पर चौ. भजनलाल ने हरियाणा की वकालत पूरे दमदार तरीके से की थी। प्रदेश की प्यासी जनता की समस्या को दूर करने के लिए 9 अपै्रल 1982 को तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी से कपूरी गांव में कस्सी चलवाकर एसवाईएल की खुदाई का कार्य शुरू करवाना उनकी दूरदर्शिता थी। एसवाईएल के निर्माण का 98 प्रतिशत कार्य अपने कार्यकाल में पूरा करवाकर तथा अदालतों में दमदार तरीके से हरियाणा की पैरवी कर उन्होंने इस मसले पर पूरी संजीदगी दिखाई। चौ. भजनलाल ने सत्ता में रहते प्रदेश की 36 बिरादरी के लिए एक समान विकास कार्य करवाए तथा राज्य के हर क्षेत्र का चहुंमुखी विकास करवाया। चाहे एसवाईएल के निर्माण का मामला हो या फिर प्रदेश की राजधानी चंडीगढ़ को पंजाब को सौंपने का विरोध करना हो, हर एक अंतरराज्यीय मसले पर चौ. भजनलाल ने हरियाणा प्रदेश की वकालत पूरे दमदार तरीके से की। इसमें कोई दो राय नहीं है कि एसवाईएल के पानी पर भी हरियाणा के लोगों का पूरा हक। इस पानी को हासिल करने के लिए पूर्व मुख्यमंत्री स्व. चौ. भजनलाल ने लंबी लड़ाई लड़ी है। हमें पूरा विश्वास है कि एक दिन हम पजंाब से एसवाईएल से हरियाणा को उसके हिस्से का पानी दिलाकर रहेंगे।