हिसार, राजेंद्र अग्रवाल: हिसार क्षेत्र में आधुनिक जिन्दल अस्पताल में हृदय सर्जरी विभाग के डा चहल के द्वारा पिछले तीन साल में 1000 से अधिक सफल हृदय आपरेशन किये गए | डा अशोक चहल 2018 में PGIMS रोहतक से एसोसिएट प्रोफेसर का पद छोड़ कर जिन्दल अस्पताल के साथ जुड़े थे | पिछले 3 वर्षो में डा चहल ने हिसार क्षेत्र में दिल, फेफड़ो व खून की नसों के आपरेशन की सुविधा को नई उचाईयो तक पहुंचाया है इस से पहले क्षेत्रवासियो को दिल से सम्बंधित बाईपास सर्जरी व ओपन हार्ट सर्जरी के लिए दिल्ली या जयपुर जाना पड़ता था जो बहुत दूर होने के कारण काफी असुविधाजनक व महंगा भी होता था क्योकि बार बार दिल्ली, जयपुर जाना काफी मुश्किल, महंगा व असुविधाजनक होता था | कई बार आपातकालीन स्थिति में लम्बा रास्ता होने के कारण बिच रस्ते ही मरीजों की जान का जोखिम होने की सम्भावना होती थी | घर के नजदीक अनुभवी टीम होना मरीजों के लिए काफी सुविधाजनक व सस्ता होता है व आपातकालीन स्थिति में मरीजों की जान को बचाया जा सकता है डा चहल, डा नीरज मोंगा व टीम के द्वारा सभी प्रकार के दिल के आपरेशन जैसे बाईपास सर्जरी, वाल्व बदलने की प्रक्रिया, ओपन हार्ट सर्जरी, बच्चो के दिल के छेड़ के आपरेशन, फेफड़ों से सम्बंधित आपरेशन व हाथ व टांगो की बाईपास सर्जरी आधुनिक तकनीक, उच्तम गुणवत्ता व किफायती दरों पर की जाती है |
आधुनिक तकनीक को अपनाकर पिछले एक साल से डा चहल ने दूरबीन के द्वारा (छोटे चीरे से) भी बाईपास सर्जरी व वाल्व सर्जरी की सुविधा भी हिसार में विकसित की है | इस कड़ी में एक और कदम बढ़ाते हुए महाधमनी (एओर्टिक) के सफल आपरेशन भी हिसार क्षेत्र में विकसित किये गए है | एओर्टिक सर्जरी की सुविधा काफी कम हस्पतालों में उपलब्ध है व बहुत महंगी है | समान्यत एक आपरेशन का खरच महानगरों के हस्पतालों में 12-15 लाख तक आ जाता है जिन्दल अस्पताल में यह आपरेशन डा चहल व डा नीरज मोंगा की टीम के द्वारा 4.5-5 लाख रूपये में जरुरतमंदो की सुविधा के लिए किये जाते है | आपातकालीन स्थिति में फटी हुई महाधमनी (एओर्टिक डाइसेक्सेन) का आपरेशन कर के एक 46 वर्षीय महिला की जान बचाई गयी| एओर्टिक डाइसेक्सेन एक गंभीर व जानलेवा बीमारी होती है इस बीमारी में तरुंत आपरेशन न करने से 100% मरीजों की जान चली जाती है ऐसी स्थिति में मरीज को ज्यादा दुरी के अस्पताल में ले जाना जोखिम भरा होता है | नजदीक के अस्पताल में इस प्रकार के आपरेशन की सुविधा मरीजों के लिए वरदान साबित होती है हिसार क्षेत्र में एओर्टिक सर्जरी की सुविधा व अनुभव जिन्दल अस्पताल में उपलब्ध है |
डा अशोक चहल ने बताया कि उनका उद्देशय व सपना है कि क्षेत्रवासियो व जरुरतमंदो का उच्तम गुणवत्ता की ह्रदय सर्जरी, पारदर्शिता व गुणवत्ता के साथ किफायती दरों पर हिसार क्षेत्र में उपलब्ध हो | उन्होंने बताया की लगातार प्रयासों से व लोगो के विश्वास से इन सुविधाओं का काफी विस्तार किया गया है अब किसी भी मरीज को ह्रदय सर्जरी व बाईपास सर्जरी के लिए महानगरों में जाने की आवश्यकता नहीं है आपके घर के नजदीक में सुविधा देश व दुनिया के किसी भी उच्च गुणवत्ता वाले अस्पताल के बराबर उपलब्ध है |
डा चहल ने बताया कि उनका सपना है कि भविष्य में ह्रदय व फेफड़ों का प्रत्यरोपण (हार्ट व Lung Transplant) की सुविधा हिसार में विकसित हो और डा चहल लगातार इस पर प्रयास कर रहे है बतौर डा चहल को काफी समाजिक वरमिलनसार है और लोगो का दुःख दर्द समझने की भावना रख कर उनसे जुड़ने की व मदद करने की प्रवृति रखते है कोई भी जरूरतमंद किसी भी तरीके से उनसे कभी भी सम्पर्क रख सकता है उनका विश्वास है कि जरुरतमंदो के इलाज में पैसे की बाधा नहीं आनी चाहिए इसके लिए वो खुद भी व समाजिक संस्थाओ से जुड़कर लोगो की मदद के लिए अग्रीण रहते है |
एक हजार सफल आपरेशन के मोके पर डा अशोक चहल ने क्षेत्र के चिकत्सको का, जिन्दल अस्पताल के प्रशसन का, अपनी टीम का व हिसार के क्षेत्रवाशियो को धन्यवाद व आभार व्यक्त किया इसके साथ ही कार्डियोलॉजिस्ट डा अनिमेष अग्रवाल व डा दीपक भरद्वाज का लगातार उनके सहयोग व विश्वास के लिए विशेष धन्यवाद किया |