राजपुरोहित समाज स्नेह मिलन

राजस्थान, पाली ,  रणजीत सिंह राजपुरोहित :  स्वामी आत्मानन्द छात्रावास पाली में राजपुरोहित समाज के होली स्नेह मिलन और रंगपंचमी कार्यक्रम का, साथ ही मंदिर प्रतिष्ठा की बोलियां रखी गई गैर नृत्य का आयोजन सभ्यता एवं संस्कार की बहुत बड़ी झलक दिखा रहा था।
राजपुरोहित विकास समिति के सचिव चन्द्रभानु तालकिया और सहसचिव राजेन्द्रसिंह धुरासनी ने बताया कि राजपुरोहित समाज के होली स्नेह मिलन समारोह का आयोजन स्वामी श्री आत्मानन्द राजपुरोहित छात्रावास में दण्डी स्वामी श्री देवानन्द सरस्वती जी महाराज के सानिध्य में संपन्न हुआ।
समिति अध्यक्ष रणजीत सिंह भीवली , समिति कोषाध्यक्ष भंवरसिंह  मादडी के सानिध्य में दण्डी स्वामी जी द्वारा दीप-प्रज्ज्वलन व गुरुवंदना द्वारा कार्यक्रम का शुभारम्भ हुआ।
 समाज के सेकड़ो बंधुओ ने एक साथ गेरनृत्य के द्वारा एकता और संगठन का संदेश दिया । कई जिलों के समाज बंधु एंव अनेकों गांवों से पहुँचे समाज बंधुओं ने एक दूसरे को गुलाल लगा होली की शुभकामनाएं प्रदान की । आपसी स्नेह और आत्मीयता से सारा माहौल सरोबार हो रहा था। गुलाल के रंगों में सामाजिक स्नेह की धारा सभी को अभिभूत कर रही थी।
इस अवसर पर स्वामी  श्री आत्मानन्द सरस्वती महाराज के नवनिर्मित मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा हेतु बोलियों का कार्यक्रम भी आयोजित हुआ। जिसमें समाज के भामाशाहों ने बढ़ चढ़कर बोलियों का पुण्य लाभ प्राप्त किया।
अपने उद्बोधन में दण्डी स्वामी  श्री देवानंद सरस्वती महाराज ने एकता और संगठन को आत्मसात करते हुए सामाजिक सरोकारों और सामाजिक दायित्वों के प्रति स्वयं को समर्पित करने का आह्वान किया ।
समाज के मंच पर अपनी परिश्रम राशि से सामाजिक विकास और उत्थान के यज्ञ में पूण्य आहुति देने वाले भामाशाहों का स्नेह सम्मान भी अनूठा था।
समाज के विकास के लिए बंधु बढ़ चढ़कर बोलिया बोल अपने सामाजिक दायित्व का एहसास करवा रहे थे।
इस अवसर पर समाजसेवी और पर्यावरणविद महावीर सिंह सुकरलाई ने बालिका शिक्षा के लिए समाज को विशेष सुविधाएं एवं संसाधन जुटाने का आह्वान किया ।
बङी संख्या मे राजपुरोहित समाज के पुरुष व महिलाओं ने कार्यक्रम मे अपनी भागीदारी निभाई ।
पाली जिले सहित बाहरी जिलों से बङी तादाद में बन्धुओ ने समारोह में शिरकत की।
इस अवसर पर भजन गायक शैतान सिंह दूदौड़ का बहुमान किया गया।
  कार्यक्रम में मोहनसिंह मंडली,जालमसिंह सुरायता, रघुनाथसिंह शिवतलाव, मांगीलाल बारवा, मालमसिंह धुरासनी, शंकर सिंह R धुरासनी , गोविंद सिंह धुरासनी
चैनसिंह ढारिया,सोहनसिह पिलोवनी,सुमेर सिंह धोलेरिया, महेन्द्रसिंह आऊवा,सत्यनारायणसिंह पुनाङिया,गोरूसिंह धर्मधारी, महावीरसिंह आउवा, रामचन्द्रसिंह सुकरलाई,दलपतसिह पाली,देवेन्द्रसिंह पुनायता, किशनसिंह धुरासनी,राजेंद्र सिंह मादड़ी, शंकरसिंह धुरासनी,मोतीसिंह सणतरा, शैतानसिंह आउवा, अमरसिंह पिलोवनी, उम्मेदसिंह खरोकड़ा, प्रकाश पिलोवनी  सहित बड़ी संख्या में समाज बंधु उपस्थित रहे।
कार्यक्रम में मंच संचालन राजेन्द्रसिंह धुरासनी और इंद्रसिंह पिलोवनी ने किया।
पत्रकार रणजीत सिंह एम राजपुरोहित धुरासनी पूर्ण प्रोग्राम में मौजूद रहे ।