हिसार, राजेंद्र अग्रवाल : रावतखेड़ा श्री गुरू जम्भेश्वर भगवान साथरी मंदिर में होली व फाग के मौके पर हवन करके गुरू जम्भेश्वर भगवान के 120 शब्दों का पाठ किया गया। इस मौके पर अनेक ग्रामीण एकत्रित हुए और हवन में हिस्सा लिया।
बिश्नोई चेतना मंच के तहसील अध्यक्ष एवं भाजपा स्याहड़वा मंडल कोषाध्यक्ष भादर सिंह बिश्नोई ने बताया कि बिश्नोई समाज प्रहलाद पंथी माना है। सतयुग में नृसिंह भगवान ने प्रहलाद भक्त को वचन दिया था कि इस समय सतयुग में तुम्हारे साथ पांच करोड़ अनुयायियों का उद्धार होगा, त्रेता युग में राजा हरीश चन्द्र के साथ सात करोड़ का, द्वापर युग में राजा युधिष्ठिर के साथ नौ करोड़ का तथा कलयुग में विष्णु भगवान स्वयं अवतार लेकर 12 करोड़ अनुयायियों का उद्धार करेंगे। अपने इस वचन को पूरा करने के लिए विष्णु भगवान ने गुरू जम्भेश्वर के रूप में अवतार लिया और बिश्नोई पंथ की स्थापना की। गुरू महाराज ने 29 नियम बनाए और 120 शब्दों की वाणी कही, जिससे मानव का कल्याण होता है और भवसागर से पार होता है।
इस अवसर पर आए हुए श्रद्धालुओं ने हवन में आहुति डाली और आरती व साखी से मंदिर गुंजायमान रहा। सभी ने एक—दूसरे को होली के बाद भक्त प्रहलाद के जीवित बचने की शुभकामना दी और पाहल लिया।