हिसार, राजेंद्र अग्रवाल : महिलाएं जग जननी हैं तो दुर्गा शक्ति स्वरूप देवीय शक्ति भी। आंगन में चहल-कदमी करती दुलारी बेटी और बहन है तो घर को संभालने वाली जिम्मेवार बहू भी। निस्संदेह सास के रूप में वह घर की मालकिन भी है, बावजूद इनके महिलाएं कमतर नहीं हैं। नौकरी, पेशा, समाज, खेल, शिक्षा, स्वास्थ्य, यहां तक की देश की सुरक्षा से लेकर पाताल से लेकर चांद तक कदम रखने अहम किरदार निभा रहीं हैं। समय के साथ सोच में व्यापक बदलाव आया है, लेकिन इस सोच को बरकार रखते हुए आगे बढ़ाना है। कुछ ऐसे ही विचार महिला वक्ताओं ने रखे। मौका था विप्र फाउंडेशन महिला संगठन के पारस्परिक सम्मेलन का। शहर के एक होटल में आयोजित कार्यक्रम की अध्यक्षता विप्र फाउंडेशन (पुरुष) हिसार जिला अध्यक्ष रामफल शर्मा पाबड़ा वाले ने की। कार्यक्रम में विभिन्न क्षेत्रों से महिलाएं पहुंचीं। शर्मा ने बताया कि सम्मेलन का उद्देश्य महिलाओं को मंच प्रदान कर आत्मनिर्भर एवं स्वावलंबी बनाना है। समाज के उत्थान में बिना महिलाओं की भागीदारी संभव ही नहीं है। पुरुषों की तर्ज पर शीघ्र ही विप्र महिला फाउंडेशन की हिसार इकाई का गठन किया जाएगा। इस दौरान महिलाओं ने होली पर्व मनाते हुए इसे आत्मीयता और उमंगों का त्यौहार बताया। वक्ताओं ने कहा कि गिले-शिकवे दूर कर जीवन को रंगों से लबालब खुशियां भर देने वाला पर्व है होली। इस अवसर पर अर्बन एस्टेट से मधु शर्मा, पूनम शर्मा, अंजू शर्मा, अंबिका शर्मा, राज शर्मा, गोजल शर्मा, संतोष, कृष्णा नगर से सुनीता शर्मा, प्रोफेसर कॉलोनी से सुनीता, पिंकी शर्मा, प्रोफेसर कॉलोनी से मधु शर्मा, निर्मला शर्मा एवं बीरमती शर्मा आदि महिलाएं मौजूद थीं।