हिसार, राजेंद्र अग्रवाल -उच्चतर शिक्षा विभाग, हरियाणा द्वारा आयोजित किए गए इस कार्यक्रम में हरियाणा के शिक्षामंत्री श्री कँवर पाल मुख्य अतिथि थे। जबकि हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. बी. आर. कम्बोज ने कार्यक्रम की अध्यक्षता की। इस मौके पर उच्चतर शिक्षा विभाग के उपनिदेशक डॉक्टर अजीत सिंह व श्री देशराज सहित भाजपा हिसार के अध्यक्ष कैप्टेन भूपेन्द्र व श्रीमती सोनाली फोगाट भी उपस्थित थे।
इस अवसर पर शिक्षामंत्री श्री कंवर सिंह ने सर्वश्रेष्ठ कार्यों के लिए राष्ट्रीय सेवा योजना के कार्यक्रम अधिकारियों व स्वंयसेवकों को सम्मानित किया। उन्होंने समाज सेवा व समाज कल्याण के लिए किए जा रहे कार्यों की सराहना की। उन्होंने कहा देश में जब भी प्राकृतिक आपदा आती है, एनएसएस स्वंयसेवक प्रभावितों की सेवा के लिए अग्रिम पंक्ति में खड़े होते हैं। उन्होंने कहा स्वंयसेवक सदा दूसरों की चिंता करते और समाधान भी करते है। युवाओं को उनसे प्रेरणा लेनी चाहिए। इसी से समाज का कल्याण होगा और देश उन्नति की ओर अग्रसर होगा। उन्होंने देश में कृषि में रसायनों के अत्याधिक उपयोग पर भी चिंता व्यक्त की। उन्होंने कहा कि आज के समय में कीटनाशकों के प्रयोग व अत्याधिक रासायनिक खादों से भूमि बंजर हो रही है व मानव स्वास्थ्य पर इसका बुरा प्रभाव पड़ रहा है। ऐसे समय में विश्वविद्यालय द्वारा फसलों की ऐसी किस्मों के बीजों पर अनुसंधान की आवश्यकता है जिन्हे कम पानी की आवश्यकता होती है। विश्वविद्यालय इस दिशा में आगे बढ़ते हुए प्राकृतिक खेती पर नए अनुसंधान कर रहा है जो भविष्य में किसानों के लिए लाभकारी सिद्ध होंगे। उन्होंने स्वंयसेवकों से किसानों को कृषि में रसायनिक खादों, कीटनाशकों तथा जल के संतुलित प्रयोग बारे जागरूक करने का आहवान किया।
कुलपति प्रोफ़ेसर बी. आर. कम्बोज ने कहा कि एन एस एस के माध्यम से विद्यार्थियों को समाज में निस्वार्थ भावना से कार्य करने की प्रेरणा मिलती है। उन्होंने देश के कृषि विकास में हकृवि के योगदान का उल्लेख किया और बताया कि विश्वविद्यालय ने हरित, पीली व नीली क्रांति में अपना महत्त्वपूर्ण योगदान दिया है। इस विश्वविद्यालय के सभी वैज्ञानिकों व कर्मचारियों ने कर्मठता से अपनी भूमिका निभाई है।
इस कार्यक्रम के दौरान 22 राष्ट्रीय स्वयं सेवक व कार्यक्रम अधिकारियों को पुरस्कृत किया गया। कार्यक्रम अधिकारियों में डॉ. दिनेश राणा व श्री विजेन्द्र को 51-51 हजार रूपए तथा डॉ. दिनेश चहल, डॉ प्रवीण ङ्क्षसह, डॉ. कर्ण अग्रवाल, डॉ. राजेश गर्ग, डॉ. ललित और डॉ. जयपाल को 31-31 हजार रूपए का नकद पुरस्कार व स्मृति चिन्ह प्रदान किए गए। इसी प्रकार स्वयंसेवको में कुमारी पुजा सावरिया, कुमारी गीतिका, अभिषेक, हिमांश ु, सुनील, मयंक कुमार, जिंकल, दीपक, मुकुल सेठी, सज्जन, भरत भुषण, निहारिका, प्रिंयका और पुनम को 21-21 हजार रूपए का नकद पुरस्कार व स्मृति चिन्ह प्रदान किए गए। इनके अतिरिक्त श्री चंडी प्रसाद, श्री गुरप्रित और अमित को कार्यक्रम आयोजन में अपना सराहनीय योगदान दिए जाने के लिए सम्मानित किया गया।
इस अवसर पर छात्र कल्याण निदेशक डॉ. देवेंद्र सिंह दहिया ने बताया गया कि विश्विद्यालय की तरफ़ से दो एन एस एस के कैम्प सफलतापूर्वक संचालित किए गए । डॉ. भगत सिंह ने बताया कि वर्तमान समय में पूरे भारत में 1111 एन एस एस इकाइयाँ कार्यरत हैं जो समय पडऩे पर अपना योगदान दे रही हैं। मंच का संचालन डॉ. संध्या शर्मा ने किया। इस अवसर पर श्री महाबीर ‘गुद्दू’ ने ‘बम-बम लहरी’ गाकर सभी को मंत्रमुग्ध कर दिया। उच्च शिक्षा विभाग के उपनिदेशक डॉ. अजित सिंह ने सभी का धन्यवाद किया।