" घर से उद्धार हुआ प्रौढ़ा कि सड़ी हुई लाश, साथ में बीमार बेटा "

कोलकाता, संजय साहा : करीब चार महीने पहले उद्धार हुआ था एक वृद्ध व्यक्ति कि कंकाल। इस बार उसी मकान से उनके पत्नी कि सड़ी हुई लाश मिली। पुलिस ने बताया कि प्रौढ़ा कि नाम अरुणा दे (60)। उस दंपती कि बीमार बेटे को उद्धार करके चिकित्सा के लिए अस्पताल ले गए पुलिस। सोमवार प्रिंस आनोवार शाह रोड पर यह घटना घटी। उस इलाके में 32/A, के पी राय रोड कि मकान में अपने बेटे के साथ रहते थे संग्राम दे और उनके पत्नी अरुणा देवी। इस दिन उस मकान कि दरवाजा तोड़कर अंदर से अरुणा देवी कि सड़ी हुई लाश उद्धार किया गड़फा थाना कि पुलिस। पुलिस ने बताया कि कमरे के अंदर बेहोंशी कि हालत में पड़ी हुई थी अरुणा देवी कि बेटा कौशिक। पुलिस ने बताया कि कौशिक कि बिगड़ी हुई मानसिक सन्तुलन के कारण ही, कई दिनों तक उसकी पिता संग्राम बाबू कि मौत कि खबर किसीको नहीं बताके घर के अंदर ही बॉडी रख दिया था। बाद में पुलिस आकर उनके कंकाल उद्धार किया। पुलिस के अनुसार इस घटना के बाद से ही कौशिक कि दिमागी ईलाज शुरू हुआ था। इस दिन पुलिस कौशिक को दो सरकारी अस्पताल में ले जाने पर डॉक्टरों ने उसे दिमागी ईलाज के लिए भर्ती करवाने के लिए बोला। पुलिस ने बताया कि पाभलोभ में भर्ती करवाने कि अनुमति के लिए इस दिन उसे अदालत में पेश किया गया। पुलिस कि दावा है कि संग्राम बाबू कि तरह, अपनी मां कि मौत कि खबर भी वह किसीको नहीं बताया। पुलिस कि धारणा दिमागी हालत ठीक ना होने के कारण ही वह ऐसा किया था। इस घटना से इलाका में हलचल मची हुई है।