हिसार, राजेन्द्र अग्रवालः- महिला की जागरूकता ही समाज के विकास का आधार - महापौर गौतम सरदाना
- जिंदगी को खुशहाल बनाना है तो बेटियों को पढ़ाना ज़रूरी है - निगमायुक्त अशोक कुमार गर्ग
गुरु जम्भेश्वर विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के चौधरी रणबीर सिंह सभागार में आज नगर निगम प्रशासन द्वारा धूमधाम से महिला दिवस मनाया गया। महिला दिवस पर सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया, जिसमें कर्मचारियों व एनजीओ की बच्चियों ने सांस्कृतिक प्रस्तुतियां दी। कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि माननीय शहरी स्थानीय निकाय मंत्री माननीय डॉ कमल गुप्ता जी पहुंचे। कार्यक्रम की अध्यक्षता महापौर गौतम सरदाना ने की। निगमायुक्त अशोक कुमार गर्ग, सीनियर डिप्टी मेयर अनिल सैनी , अतिरिक्त निगमायुक्त डॉ प्रदीप हुड्डा, संयुक्त आयुक्त बेलिना, अधीक्षक अभियंता आनंद स्वरूप सहित अन्य पार्षद व कर्मचारी मौजूद रहे। इस अवसर पर सांस्कृतिक कार्यक्रम में प्रस्तुतियां देने वाली सभी टीमों के प्रतिभागियों व उनको प्रशिक्षण देने वाली शिक्षिकों को सम्मानित किया गया। कार्यक्रम का आगाज सरस्वती वंदना से हुआ और
शहरी स्थानीय निकाय मंत्री डॉ कमल गुप्ता , महापौर गौतम सरदाना, निगमायुक्त अशोक कुमार गर्ग व संयुक्त आयुक्त बेलिना के साथ बच्चियों से दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। मंच संचालन सतेंद्र यादव ने किया। पर्वतारोही रोहताश कुमार कार्यक्रम में पहुंचे। जिन्हें माननीय निकाय मंत्री डा कमल गुप्ता जी ने अपने हाथों से सेफ सिटी साफ सिटी के स्लोगन से बना हुआ झंडा भेंट किया गया। जिसे एवरेस्ट पर फहराकर स्वच्छता का देश भर में संदेश दिया जा सके।
बतौर मुख्य अतिथि संबोधित करते हुए शहरी स्थानीय निकाय मंत्री माननीय डॉ कमल गुप्ता जी ने कहा कि हमारी बेटियों, माताओं और बहनों का इतिहास में अहम स्थान है। भारत देश में झांसी की रानी लक्ष्मीबाई व माता जीजाबाई जैसी वीरांगना हुई। हमारे देश में जो स्थान माताओं और बहनों का हैं, विश्व मे कही नहीं है। हम अपनी धरती को भारत माता पुकारते है, देश में नदियों का नाम भी गंगा, सरस्वती रखा है। इतना ही नहीं हम गाय को भी गौ माता कहते हैं। हमारे समाज में माता बहने पूजनीय है।
शहरी स्थानीय निकाय मंत्री जी ने कहा कि माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी ने सबसे पहले बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ का नारा दिया था। जब यह नारा हुआ तो उन्होंने बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ व बेटी बसाओ का नारा दिया, जिस पर कार्य जारी है। हमारे प्रदेश में एक हजार पुरुषों पर 850 महिलाओं का आंकड़ा था। इस अभियान के परिणाम स्वरूप एक हजार पुरुषों पर 950 महिलाओं का आंकड़ा प्रदेश में पार हो चुका है। जो महिला जागरूक और सामाजिक बदलाव का ही परिणाम है। शहरी स्थानीय निकाय मंत्री जी ने घोषणा की कि जिन बच्चियों ने आज महिला दिवस पर सांस्कृतिक प्रस्तुति दी है, उन सभी बच्चियों को टैब दिये जाएंगे। क्योंकि आज सारा काम कम्प्यूटर पर होता है और जल्द ही हमारी विधानसभा भी पेपर लेस हो जाएगी। इसलिए इन टेब से सभी बच्चियां बेहतर शिक्षा प्राप्त कर सकेगी।
कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए महापौर गौतम सरदाना ने कहा कि आज महिला दिवस पर महिलाओं को जोश देखकर बेहद खुशी हुई। महिला दिवस पर नगर निगम प्रशासन ने कर्मचारियों व उनके बच्चों को एक नया मंच दिया है। जिससे उनका आत्मविश्वास बढ़ा है। पहले महिला आयोजन पर महिलाओं के चेहरों की खुशी देखकर ही हमने हाउस में फैसला लिया था कि प्रतिवर्ष नगर निगम प्रशासन महिलाओं के इस दिन को धूमधाम से मनाएगा। महिलाओं के विकास को लेकर नगर निगम निरंतर कार्य करेगा।
महापौर ने कहा कि नगर निगम के सफाई कर्मी सच्चे देश भक्त है और इनको स्वच्छता का सैनिक कहूं तो कोई अतिश्योक्ति नहीं होगी। महिला की जागरूकता ही समाज के विकास का आधार होती है और आज इस ऑडिटोरियम में बैठी सभी महिलाएं समाज में बदलाव का संकेत दे रही है।
महापौर ने कहा कि कार्यक्रम शुरू होने से पूर्व निकाय मंत्री जी ने हमें पूछा था कि मैं क्या ईनाम दूं। बच्चों को शिक्षा को ध्यान में रखते हुए हमने उन्हें टैब देने का परामर्श दिया था और खुशी है कि उन्होंने सांस्कृतिक प्रस्तुति देने वाले सभी बच्चों को टैब देने की घोषणा की। जिसके लिए मैं उनका आभार जताता हूं।
निगमायुक्त अशोक कुमार गर्ग ने कहा कि महिला दिवस पर जीजेयू के ऑडिटोरियम में महिलाओं की इतनी संख्या और जोश को देखकर बेहद खुशी हो रही है। एक वक्त था जब महिलाओं को वोट डालने का अधिकारी नहीं था और उन्होंने अपने अधिकार के लिये विरोध किया। सावित्री बाई फूले जैसी महिलाओं ने समाज में शिक्षित करने का बीड़ा उठाया हैं। नगर निगम में महिला सफाई कर्मचारियों की संख्या सबसे ज्यादा है। सफाई करने का कार्य वह करती है। भले ही समाज में सफाई के कार्य को अच्छा नहीं माना जाता है। लेकिन दुनिया का सबसे जरूरी कार्य सफाई करना है। हमें इनका सम्मान करना चाहिये। महिलाओं के लिये विभिन्न प्रकार की परेशानियां खड़ी की जाती है, लेकिन वह उनका डट कर मुकाबला करती हैं। वह अपना हौंसला बनाए रखती है। आज वह कदम से कदम मिलाकर पुरूषों के साथ चल रही है और कई क्षेत्र में वह पुरूषों से आगे है।
निगमायुक्त ने कहा कि जिंदगी को खुशहाल बनाना है तो बेटियों को पढ़ाना बहुत जरूरी है। शिक्षित होकर अच्छे पद व पैसा कमाने वाली बेटियों के लिये जाति, समाज आदि के बंधन स्वयं खत्म हो जाते है। निगमायुक्त ने कहा कि सफाई कर्मचारियों को अपने काम के महत्व का अहसास हाना चाहिये। इसके साथ ही समाज को भी अहसास करवाना जरूरी है। नगर निगम हिसार प्रदेश का पहला ऐसा शहर होगा जो सफ़ाई कर्मचारियों को विभिन्न प्रकार की सुविधा दे रहा है। मैं बस यही कहूंगा कि सफाई कर्मचारियों की खुशी में ही शहर की खुशी है।
संयुक्त आयुक्त बेलिना ने कहा कि महिला दिवस महिलाओं के लिये एक खास दिन होता है। जिससे नगर निगम ने ओर खास बना दिया है। आज महिला कर्मचारियों के चेहरों की मुस्कान कार्यक्रम की सफलता बयां कर रही है।
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यह हुई प्रस्तुतियां
महिला चौपाल रही आकर्षण का केंद्र
सर्वप्रथम हरियाणवी नाटक से सामाजिक बदलाव और महिला शिक्षा का संदेश दिया। पहली बार कर्मचारियों ने महिला चौपाल की प्रस्तुति दी और विभिन्न सामाजिक मुद्दों को उठाया। चौपाल में बेटे और बेटी में भेदभाव , विधवा विवाह, महिला शिक्षा, नशे, महिला सुरक्षा जैसे मुद्दों को उठाया। महिला चौपाल में महिलाओं ने महिलाओं के दर्द को भी बयां किया।
महिला चौपाल के अलावा हरियाणवी डांस, हरियाणवी ग्रुप सांग, स्किट , हरियाणवी लघु नाटक आदि की प्रस्तुति महिला कर्मचारियों ने प्रस्तुत की। सभी को सरकारी स्कूलों शिक्षकों मिनाक्षी, मोनिका, अनुज , संदीप कुमार व विनोद कुमार और प्रवीण कुमार ने सभी को सांस्कृतिक प्रस्तुतियों के लिये तैयार किया। इस अवसर पार्षद अनिल जैन, कविता केडिया, ज्योति महाजन, डा उमेद खन्ना, पिंकी शर्मा, अंबिका शर्मा, पार्षद कैप्टन नरेंद्र शर्मा, सतीश सुरलिया, राजपाल मांडू , नरेश सिंघल, सुरेंद्र सिंह सैनी, रामचन्द्र गुप्ता, दीनदयाल गोरखपुरिया, सुरेश धूपवाला, प्रयत्न एनजीओ , हमारा प्यार हिसार, हरी भरी वसुंधरा, राइट टू क्लीन एयर, ग्रीन हिसार फिट हिसार, सहित अन्य एनजीओ के पदाधिकारी , निगम अधिकारी , निगम कर्मचारियों के अतिरिक्त समाज के मौजिज लोग मौजूद रहे।