हिसार, राजेन्द्र अग्रवालः चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय में इंडियन फाइटोपैथोलॉजिकल सोसाइटी (नार्थजोन) की वार्षिक बैठक तथा जैव तर्कसंगत दृष्टिकोण के माध्यम से फसल सरंक्षण विषय पर राष्ट्रीय संगोष्ठी 10 मार्च को होगी। इस कार्यक्रम में देशभर से करीब 200 कृषि वैज्ञानिक और गैर सरकारी उद्योगों के प्रतिनिधि भाग लेंगे।
इंडियन फाइटोपैथोलॉजिकल सोसाइटी (नार्थजोन) के अध्यक्ष डॉ. कुशल राज व काउन्सलर डॉ. राकेश चुघ ने यह जानकारी देते हुए बताया कि इस अवसर पर चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. बी.आर. काम्बोज मुख्यातिथि होंगे और राष्ट्रीय संगोष्ठी व वार्षिक बैठक का उद्घाटन करेंगे। उन्होंने बताया संगोष्ठी में तीन तकनीकी सत्रों में बदलते मौसम में उभर रहे पौध कीटों व रोगजनकों के प्रबंधन के लिए रणनीति, कीट निदान और प्रबंधन में आणविक दृष्टिकोण तथा अच्छी कृषि प्रथाओं के लिए एकीकृत कीट प्रबंधन विषयों पर विस्तारपूर्वक चर्चा होगी। इसके अतिरिक्त प्रतिभागियों की प्रस्तुति के आधार पर उन्हे प्रो. एम.जे नरसिम्हन मेरिट अकादमिक अवार्ड और एपीएस छात्र यात्रा अवार्ड प्रदान किए जाएंगे।
इस कार्यक्रम के संयोजक विश्वविद्यालय के पौध रोग विज्ञान विभाग के अध्यक्ष, डॉ. एच.एस. सहारण एवं प्रमुख वैज्ञानिक, डॉ. राकेश मेहरा के अनुसार यह कार्यक्रम वैश्वीकरण के मद्देनजर उत्पन्न हो रहे शोध योग्य मुद्दों को चर्चा के द्वारा हल करने के लिए मंच प्रदान करेगा।