हिसार, राजेन्द्र अग्रवालः हरियाणा रोडवेज संयुक्त कर्मचारी संघ के प्रयासों से लंबे समय से एसीपी की बाट जोह रहे रोडवेज कर्मचारियों की एसीपी मिलनी शुरू हो गई है। डिपो कार्यालय ने 29 कर्मचारियों की एसीपी लगा दिया है, जिनमें से 13 के आदेश जारी कर दिए गए हैं और बाकियों पर काम जारी है। इसके साथ ही ग्रुप डी के कर्मचारियों को वाशिंक अलाऊंस भी अन्य डिपुओं की तरह 440 रुपये करने के आदेश दिए गए हैं।
हरियाणा रोडवेज संयुक्त कर्मचारी संघ के राज्य प्रधान दलबीर किरमारा ने बताया कि एसीपी का लाभ ऐसे कर्मचारियों को मिला है, जिनमें से कइयों को तो सेवानिवृत हुए भी लगभग 10 वर्ष हो गए हैं। वर्कशॉप में ऐसे अनेक कर्मचारी है, जिनकी एसीपी लंबे समय से लंबित थी और हर महाप्रबंधक ने उनका एसीपी देने पर टाल-मटोल का रवैया अपनाया। ऐसे कर्मचारियों को हर बार ऑडिट ऑब्जेक्शन लगाकर एसीपी से वंचित किया जाता रहा। एक समय तो विभाग की महानिदेशक रही अनिता यादव ने ऐसे कर्मचारियों की एसीपी वापसी के आदेश भी जारी कर दिए थे, जिसके खिलाफ हरियाणा रोडवेज संयुक्त कर्मचारी संघ ने हाईकोर्ट से स्टे लिया। इसके बाद हाईकोर्ट में पेश हुए वित्त विभाग के अधिकारियों ने माना कि 27 अप्रैल 2014 के पत्र के अनुसार जिन कर्मचारियों को एसीपी देय बनता है, उनका एसीपी दे दिया जाए।
दलबीर किरमारा ने कहा कि इसके बाद भी अधिकारी टाल-मटोल करते हुए इन कर्मचारियों को गुमराह करते रहे। हरियाणा रोडवेज संयुक्त कर्मचारी संघ ने इस मसले पर अपना संघर्ष जारी रखा और मामला हिसार में महाप्रबंधक बनकर आए राहुल मित्तल के सामने रखा। उन्होंने इस मामले में कार्य को गति दी लेकिन कुछ समय बाद उनका तबादला हो गया तो मामला फिर भी वहीं अटक गया। दोबारा हिसार डिपो में महाप्रबंधक बनकर आए राहुल मित्तल ने इन कर्मचारियों की फिर सुध ली और उन्होंने वर्षों से बाट जोह रहे कर्मचारियों को एसीपी देने के आदेश दिए। इसी के चलते 29 कर्मचारियों को लंबे समय बाद एसीपी का लाभ मिलेगा, जिनमें से अधिकतर वर्षों से रिटायर भी हो चुके हैं। उन्होंने यह भी बताया कि हरियाणा भर में ग्रुप डी के कर्मचारियों का वाशिंग अलाऊंस 440 रुपये था जबकि हिसार में 200 रुपये दिया जा रहा था। इस अंतर को भी दूर कर दिया गया है और अब हिसार में भी इन कर्मचारियों को वाशिंग अलाऊंस 440 रुपये मिलेगा। उन्होंने कर्मचारियों को एसीपी देने व ग्रुप डी के कर्मचारियों के वाशिंग अलाऊंस का अंतर दूर करने पर महाप्रबंधक का आभार जताया और उनसे अपील की कि वे कर्मचारियों की जायज मांगों व समस्याओं का समाधान तत्परता से करें।