हिसार, राजेन्द्र अग्रवालः उपायुक्त डॉ प्रियंका सोनी ने कृषि एवं किसान कल्याण विभाग के अधिकारियों को राज्य सरकार द्वारा किसानों के कल्याणार्थ क्रियान्वित की जा रही योजनाओं का क्रियान्वयन सुचारू ढंग से करने के निर्देश दिए हैं।
वे सोमवार को स्थानीय लघु सचिवालय परिसर स्थित वीडियो कॉन्फ्रेंस सभागार में कृषि विभाग के अधिकारियों के साथ जिला स्तरीय कार्यकारी कमेटी की बैठक में कृषि क्षेत्र से जुड़ी योजनाओं की समीक्षा कर रही थी। बैठक में फसल अवशेष प्रबंधन एवं समैम योजना के तहत किए जाने वाले कार्यों की समीक्षा के बाद इनके क्रियान्वयन बारे अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश भी दिए गए। विभाग के उप-निदेशक डॉ विनोद कुमार फोगाट ने बताया कि दोनों स्कीमों के तहत वर्ष 2022-23 की कार्य योजना बनाई गई है। वर्ष 2021-22 के दौरान स्टेट प्लान के तहत जिन किसानों ने पराली की बेलर से गांठ बनवाई थी, ऐसे 16 किसानों को एक हजार रुपये प्रति एकड़ के हिसाब से 1 लाख 1 हजार से अधिक राशि उनके खातों में डाल दी गई है। उन्होंने बताया कि डी-कंपोजर तकनीक के माध्यम से वर्ष 2022-23 के दौरान जिले में 5500 एकड़ भूमि के प्रबंधन का लक्ष्य रखा गया है। उन्होंने बताया कि जो किसान पराली में आग लगाएंगे, उन किसानों को मशीनों पर अनुदान का लाभ नहीं दिया जाएगा।
इस अवसर पर सहायक कृषि अभियंता गोपीराम सांगवान, कृषि विश्वविद्यालय से सहायक प्रोफेसर डॉ अनिल कुमार, कृषि विज्ञान केंद्र सदलपुर से डॉ अजीत सांगवान, एलडीएम विजय कुमार, भर्री गांव के प्रगतिशील किसान बदन कुमार भी उपस्थित थे।